मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शासनकाल में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है।
राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा।
छत्तीसगढ़ राज्य में वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जो बैठी है मुख्यमंत्री विष्णु एवं विजय शर्मा एवं अरुण साहू ऐ मुख्यमंत्री के कार्यकाल एक वर्ष पूरी होने पर पत्रकारों के ऊपर अत्याचार हो रही है इसके खिलाफ एक्शन लेने वाला कौन मंत्री है कौन विधायक है क्या इस तरह से मर्डर होते रहेगा क्या जिस तरह से आज बीजापुर में मुकेश चंद्राकर राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल के प्रेस रिपोर्टर की सेप्टिक टैंक में लाश जो बरामद हुई है क्या वह हत्या है क्या वह आत्महत्या है कि वह किस प्रकार की हत्या है और किस प्रकार की वारदात है क्या मर्डर के वक्त उसे वक्त कौन था वहां मौजूद इसका पता लगाना पुलिस विभाग का काम है क्राइम विभाग का काम है जल्द से जल्द अगर पत्रकार मर्डर की पर्दाफाश नहीं होती तब तक हम पत्रकार लोगों की सुरक्षा का जिम्मा कौन लेता है क्या मुख्यमंत्री रहेगा कि गृह मंत्री रहेगा यह एक विचारणीय प्रश्न है क्योंकि आए दिन पत्रकारों के ऊपर हमला किया जा रहा है बच जाता है वह पत्रकार सही रिपोर्टिंग कर पता है अगर नहीं बचता तो उसकी हत्या कर दी जाती है जान बचाकर जो भाग जाता है वह नसीब वाला होता है और जो वहां से बचता नहीं है वह मारा जाता है।
केबल भारतीय जनता पार्टी की जो सरकार में बैठी है वह शासन करने में निष्फल होता जा रहा है क्योंकि महिला पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है रायपुर संभाग के कुछ इलाके में महिला पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है अश्लील हरकतें की जाती है सरे राह कानून के रखवाले के सामने पत्रकारों को जलील किया जाता है किस प्रकार से सुरक्षित है छत्तीसगढ़ राज्य में पत्रकारों के लिए क्या सुरक्षा व्यवस्था बना रखी है शासन यह विष्णु का सुशासन है की कुशासन है ऐसी स्थिति में राज्यपाल शासन होनी चाहिए क्योंकि जिस राज्य के तीन-तीन मुख्यमंत्री हैं वह क्या काम के हैं जहां भी मंत्रियों का काफिला आवागमन होता है वहां पुलिसों की व्यवस्था ज्यादा कर दी जाती है और वहीं पर पत्रकारों के सुरक्षा के संबंध पर मौन व्रत धारण करके शासन के चलने वाले मंत्रियों को विशेष सुरक्षा दी जाती है वही पत्रकारों को एक नगर सैनिक की भी सुरक्षा नहीं दिया जाता है क्योंकि पत्रकार को शासन कहता है चौथा स्तंभ मगर उसे चौथे स्तंभ के ऊपर आक्रमण कर दिया जाता है उसे सुरक्षा प्रदान करने वाला कौन है उसका केवल विधाता भरोसा ही पत्रकार काम करता है मगर मंत्री विधायक सांसद को वाई सुरक्षा जेड प्रदान की जाती है।
मगर वहीं पर एक पत्रकार को नगर सैनिक की भी सुविधा नहीं दी जाती शासन के सारे कार्यवाही को जनता तक पहुंचाने का काम पत्रकार करता है हर चीज की जानकारी सुलभ कराता है पत्रकार।
जिस तरह से बीजापुर में पत्रकार की हत्या कर दी गई यह शासन की उदासीनता का परिचय देता है मुख्यमंत्री बोलता है कि मेरा राज्य सुरक्षित है किसी भी प्रकार की हमले आशंकाएं अप्रिय घटना नहीं हो रही है तो यह बीजापुर की घटना किस चीज को घटित घटनाओं पर आधारित कहानी को बता रही है ऐसा माना जाता है की राज्य सुरक्षित नहीं है क्योंकि जिस राज्य के पत्रकार के ऊपर हमला कर दी जाती है मर्डर कर दी जाती है वह राज्य सुरक्षित नहीं माना जाता इसलिए सुरक्षित नहीं माना जाता की राज्य के मुख्यमंत्री लंबे चौड़े ठेकेदारों को काम देता है और वह ठेकेदार भ्रष्टाचार करता है भ्रष्टाचारियों का रिपोर्ट को जनता तक लाने का काम पत्रकार करता है तो पत्रकार की हत्या करवा दी जाती है कहा जाता है ना रहेगी बास ना बजेगी बांसुरी वाली कहावत चरितार्थ हो रही है विष्णु के शासनकाल में।
हमारा राज्य भ्रष्टाचारी राज्य बन चुका है क्योंकि ठेकेदार मनमानी कार्यकर्ता है और मंत्री विधायक सांसद को कमीशन देकर बच जाता है और वहीं पर पत्रकार उसकी काला चिट्ठा खोल देता है तो उसकी मर्डर करवा दी जाती है यह एक बीजापुर के प्रकरण से पत्रकार जगत के ऊपर हमला यानी की शासन की डबल इंजन वाली सरकार यही है एक तरफ मुख्यमंत्री का कार्य वहीं दूसरी तरफ विकास के कार्य में लगे कार्य करने वाले ठेकेदार जो की इस तरह के कार्य को अंजाम करवा देते हैं।
ऐसे में छत्तीसगढ़ राज्य में अ सामाजिक तत्वों का बोलबाला होता जा रहा है हम चाहेंगे की राज्य का मुख्यमंत्री का पद को खत्म कर दिया जाए खत्म करते हुए राज्यपाल पद से सुशोभित करते हुए राज्यपाल शासन की आवश्यकता पड़ रही है कहा जाता है कि जिस राज्य में तीन मुख्यमंत्री रहते हैं तीन टिकट महा विकट यह विनाश काल को लाने का कार्य कर रही है भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में बैठी मुख्यमंत्री का कार्यकाल 1 वर्ष भी सही सलामत नहीं गुजरा है उसे राज्य में पत्रकारों के ऊपर हमला कर दिया जा रहा है वह राज्य सुरक्षित नहीं है अ सुरक्षित राज्य बन चुका है।