
खनिज विभाग की लचर व्यवस्था से रेत खनन माफिया जोरो से फल फूल रहे हैं कब होगा रेत खनन माफियो पर कार्यवाही । कानून व्यवस्था सुस्त रेत माफिया तंदुरुस्त
बिलासपुर- मस्तूरी मुख्यालय से लगे पचपेड़ी तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भिलौनी में रेत खनन सरपंच प्रतिनिधि सरोज नेताम के द्वारा रात्रि मेंअवैध रेत खनन करवाया जा रहा है सूत्रों के मुताबिक
सरोज एवम अपने छोटे भाई दोनो मिलकर रॉयल्टी राशि 300रु से 250 रु तक पर ट्रीप टैक्टर वालो से वसूली कर रहे है। कुछ गांव के व्यक्ति के द्वारा पूछे जाने पर हमारे शिवनाथ नदी की रेत खनन को आपके द्वारा गैर कानूनी काम से अवैध निकासी करवा रहे हो क्या यह कोई अधिकारी के श्रेय में आप कर रहे हो क्या पूछे जाने पर सरोज नेताम सरपंच प्रतिनिधि दोष दिखाते हुए ग्रामीणों को अनर्गल बातें करते हैं कोई भी अधिकारी आए मेरे रेत घाट पर मेरा कुछ नहीं कर सकता है मेरे ऊपर बड़े अधिकारी कर्मचारी की आशीर्वाद है कि पहुंच होने का दावा कर रहे हैं मैं सरपंच पति हु गांव में जो भी करू वही होगा मैं अपने मनमर्जी से गांव काम करूंगा कहा जाता है रेत घाट मे मै खुद 100 लोगो को रात्री में बैठाया रहता हूं कोई अधिकारी कर्मचारी को आय की हुंकार भर कर बोला जाता है और डंडा और औजार को रखवा कर रेट घाट में बैठा कर रखता हूं। मेरे ऊपर उच्च अधिकारी से मेरा पकड़ हैमेरे कुछ नही कर सकते हो की हवाला देते हैं
इसके बाद भी उनके खिलाफ खनिज विभाग द्वारा आंख बंद कर कुंभ कर्ण की तर्ज पर सो रहे हैं और कार्रवाई नहीं कर रहे है। पचपेड़ी क्षेत्र में रेत उत्खनन करने वालों को छूट मिली हुई है। कार्रवाई के नाम पर परिवहन करने वाले टैक्टर मालिक और भंडारण करने वालों पर नाम भर के लिए कार्रवाई हो रही है। मानसून के आगमन हो जाने के बाद भी रेत माफिया सक्रिय हो गए है। उनके द्वारा रेत निकालने के लिए शिवनाथ नदियों को छलनी किया जा रहा है। मस्तुरी जनपद क्षेत्र पचपेड़ी के ग्राम पंचायत ,भिलौनी , में छत्तीसगढ़ सरकार का सुशासन शिविर समाप्त हो होने के बाद रेत माफियो द्वारा धड़ल्ले से शिवनाथ नदी से रेत खनन किया जा रहा है रेत निकालने वाले रेत माफिया द्वारा प्रति टैक्टर 300/250 रुपए लिया जा रहा है और अवैध रेत घाट चार है। जिसमें दो रेत का उत्खनन किया जा रहा है। जिसको खनिज विभाग का अमला पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है।
खनिज विभाग द्वारा सिर्फ अवैध खनिज परिवहन का मामला वाहन मालिकों के खिलाफ बनाया जा रहा है। वहीं नदियों से रेत निकालने वाले माफियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं के बराबर हो रही है। इसलिए उनको एक तरह से छूट मिली हुई है। माफियों का सांठगांठ । खनिज विभाग से प्रतीत हो रहा है इसलिए उनके द्वारा भी कोई भी कार्यवाही मे रूचि नहीं ले रहे है । जिसके कारण अवैध रेत का उत्खनन पर रोक नहीं लगा पा रहा है। चिंता का विषय बना हुआ है
कब होगा रेत खनन माफिया पर कार्यवाही?