छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के सुपर स्टार कौन? छत्तीसगढ़ के टॉप 10 स्टार

राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा

फीचर डेस्क,रायपुरछत्तीसगढ़ी सिनेमा का उदय हुआ ‘कही देबे संदेश’ के साथ जो कि 14 अप्रेल 1965 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म के निर्माता/निर्देशक थे मनु नायक और प्रमुख भूमिका में थे सुरेखा पारकर, उमा राजु, कान मोहन, कपिल कुमार, दुलारी, वीना, पाशा, सविता, सतीश, टिनटिन, कमला, रसिकराज, विष्णुदत्त वर्मा, फरिश्ता, गोवर्धन, सोहनलाल, आरके शुक्ल, कृष्णकुमार व रमाकांत बख्शी आदि। इसके बाद 1971 में आई विजय कुमार पाण्डेय की छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘घर द्वार’, ये दोनो ही फिल्म अपने समय में काफी लोकप्रिय रही फिर भी छत्तीसगढ़ी फिल्मों का सिलसिला आगे नहीं बड़ पाया और 30 वर्षो तक कोई भी बड़ी फिल्म आई। दर्शकों में देखने की ललक थी इसलिये बड़ी बजट की फिल्म के बजाय लोग वीडियों फिल्म बनाने में लग गये। कुछ समय अंतराल के बाद सतीश जैन ने ‘मोर छइंया भुइया’ से पुन: छत्तीसगढ़ी फिल्म का निर्माण कर नई पारी की शुरूआत की जो आज तक कायम है। 18 सालों में सौकड़ों बड़ी बजट की फिल्म लोगों का मनोरंजन कर रही है।

पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म
छत्तीसगढ़ी सिनेमा की नई पारी यानी ‘मोर छइया भुइंया’ के बाद से अब तक के आंकड़ों को देखें तो दो दर्जन से भी अधिक हीरो और लगभग इतने ही हिरोईनें भी आज इंडस्ट्री में संघर्ष कर रही है। फिल्म की सफलता और असफलता कलाकारों की अभिनय क्षमता का मूल्यांकन नहीं बशर्ते कौन दर्शकों के दिलों में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होता है ये मायने रखता है। मोर छइया भुइंया के स्टार कलाकारों को छोड़कर अन्य छत्तीसगढ़ के नायकों की बात करे तो अब तक शेखर सोनी, अनुज शर्मा, प्रकाश अवस्थी, सुनिल तिवारी, करन खान, चंद्रशेखर चकोर, संतोष सारथी, मनमोहन ठाकुर, संजय बत्रा, शशिमोहन सिंह, मन कुरैशी, चंद्रशेखर चौहान, दिलेश साहू, राम यादव, जानू साहू, विक्रम राज, नंदा सिन्हा, केशव वैष्णव, संतोष यादव, राजेश अवस्थी, बंटी चंद्राकर, लोकेश देवांगन, सतीश साव, अनुभम भार्गव, राधाकिशन सुंदरानी और केवल राम वर्मा जैसे कलाकार सिल्वर स्क्रीन पर भाग्य आजमा रहे है।

इन कलाकारों में कौन सबसे अच्छा काम रहा है उनकी रिलीज फिल्मों की लिस्ट से अंदाजा लगाया जा सकता है। अनुज शर्मा, करन खान, मन कुरैशी, प्रकाश अवस्थी और सुनील तिवारी अच्छे रेंक पर चल रहे है। साथ ही चंद्रशेखर चकोर, संतोष सारथी और अनुभम भार्गव अपने-अपने कार्य क्षेत्र में झंडा गाड़े बैठे है। अब बाकी बचें एक्टर स्वयं की फिल्म पर बेस्ट से बेस्ट करने की कोशिश करते हुए छालीवुड में जुटे है। अदाकारी की नजरिये से अब इन कलाकारों की सूची में से ये कहना काफी मुश्किल है कि कौन पहले दूसरे तीसरे पायदान पर खड़े है किन्तु आम दर्शक एक झटके में नाम गिना देता है।

हमारे संवाददाता का यह भी करना है कि हमारे छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद नए-नए कलाकारों का भी नाम आता है जैसे की दीपक कुमार साहू अजय साहू संजय साहू आनंद मानिकपुरी जैसे नए कलाकार हैं उन कलाकारों के साथ भी फिल्में बनती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!