
सिनेमा अवॉर्ड फंक्शन का आयोजन किया गया।
अकलतरा रिपोर्टर राकेश कुमार साहू।
रायपुर –जैसा कि कहा जाता है कि चाहे वह हिंदी सिनेमा क्या है छत्तीसगढ़ी सिनेमा का प्रदर्शन होता है उन फिल्मों को देखा जाता है थिएटर में इस तरह से छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में भी छत्तीसगढ़ी फिल्मों को अक्सर देखा जाता है देखने के पश्चात सिनेमा अवार्ड का आयोजन भी किया जाता है जिस्म की प्रमुख फिल्में थी वह निम्न फिल्म है जिसमें से।
वैदेही फिल्म इस फिल्म को 6 फरवरी को रायपुर में सिटी सिनेमा के द्वारा अवॉर्ड फंक्शन किया गया जिसमें कई फ़िल्में और कलाकारों को पुरस्कार भी दिया गया जिसमें बेस्ट डायलॉग और बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के लिए गंगा सागर पंडा को मिला इन्हें फिल्म वैदेही के लिए यह पुरस्कार मिला आपको बता दे यह फिल्म वैदेही है जिसकी तारीख मीडिया से लेकर फिल्मी गलियारों में खूब हुई थी इसको 7 कैटेगरी में पुरस्कार इन्होंने जीता इस फिल्म में काजल सोनबेर जिससे छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में वैदेही का रूप दिया जाता है।
गंगासागर पांडा।
इनका कथन यह है कि फिल्म वैदेही के लिए मुझको जो अवार्ड मिला है वह काबिले तारीफ है क्योंकि इस तरह की अवार्ड मिलना बड़े गौरव की बात होती है जिसमें की अदाकारी स्टोरी गीत संगीत को ध्यान में रखते हुए फिल्मों का निर्माण होता है साथ ही साथ पूरी फिल्में यूनिट का मुख्य भूमिका रहती है जिसकी वजह से फिल्मों को अवार्ड मिलना तय हो जाता है यह मेरे लिए बड़ी सौभाग्य की बात है मुझे इस फिल्म के लिए जो अवार्ड मिला वह ऐतिहासिक कार्य है।
काजल की जुबानी।
फिल्म वैदेही की हीरोइन काजल का कहना यह है कि इस तरह से जो अवार्ड मिलता है वह बड़ी खुशी की बात होती है इसमें हर कलाकारों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है मनोबल बढ़ता है साथ ही साथ यह हमारे छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी अच्छी बात होती है कि हर कलाकारों को हर फिल्मों को सिनेमा अवार्ड जो मिलता है वह हमारे लिए नहीं बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री को आगे बढ़ने का एक मौका मिलता है।
हमारे रिपोर्टर राकेश कुमार साहू एवं स्टार प्रचारक हैं इनका कहना यह है कि चाहे फिल्मी जगत हो चाहे राजनीतिक हो चाहे आर्थिक हो चाहे सामाजिक हो मगर हर पहलुओं पर नजर रखते हुए जो अवार्ड फंक्शन का कार्यक्रम होता है उसमें सभी को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हो जाता है इसलिए प्रशस्त होता है कि दर्शकों का जो प्यार मिलता है वही सर्वप्रथम इनाम होता है इस तरह का आयोजन होता है तो और आयोजन के अंतर्गत जो इनाम मिलता है वह ऐतिहासिक होता है जो की काफी अच्छी रिस्पांस मिलती है रिस्पांस मिलने के बाद कलाकारों का मनोबल बढ़ता है और फिल्मों में काम करने के लिए उनकी इच्छा और जागृत हो जाती है इस तरह का आयोजन जब होता है तो बड़ी खुशी होती है कि हर कैटेगरी के अवार्ड मिलते हैं चाहे फिल्म को मिले चाहे कलाकारों को मिले चाहे कोरियोग्राफर को मिले चाहे क्यों ना एक लाइट मास्टर को मिले इनाम इनाम होता है इस तरह का आयोजन सभी कार्यक्रमों में होता है वैसे जिस तरह से राष्ट्रीय पर्व का आयोजन होता है गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता दिवस उसमें प्रतिभागी कलाकारों को इनाम मिलता है इस तरह से छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में भी अवार्ड फंक्शन होता है जो काबिले तारीफ है।