
मस्तुरी जेई व एई की गंभीर लापरवाही : डीओ चढाते ग्रामीण की मौत, आपरेटर की गलती का खामियाजा भुगत रहा मृतक का परिवार
मस्तुरी विद्युत विभाग के जेई आकाश पाण्डेय, मस्तूरी प्रभारी एई चौहान, आपरेटर मदन साहू व ठेका कर्मी मलिंगा के खिलाफ दर्ज हो हत्या का मामला
विद्युत अधिकारियो के संरक्षण में बिजली आपरेटर ने बरती लापरवाही, आपरेटर का आडियो वायरल
बिलासपुर : मस्तुरी के ग्राम कर्रा निवासी एक युवक विद्युत विभाग के अधिकारियो, आपरेटर व ठेकाकर्मी की मनमानी के चलते 11 केवी के करंट की चपेट में आकर काल के गाल में समां गया, मृतक ग्रामीण युवक ट्रांसफार्मर में लगे पोल पर डीयो चढ़ा रहा था जबकि पहले ही बिजली आपरेटर को लाइन ट्रिप करने की जानकारी दे दी गई थी मगर आपरेटर की गंभीर लापरवाही के चलते बिजली लाइन ट्रिप नहीं हुई और ग्रामीण बिजली के तार की चपेट में आ गया| बिजली आपरेटर का एक आडियो भी वायरल हो रहा है जिसमे आपरेटर स्वयं स्वीकार रहा है कि विद्युत अधिकारी जेई आकाश पाण्डेय, मस्तूरी प्रभारी एई चौहान के निर्देश पर ही ठेका कर्मी के कहने पर बिजली बंद या शुरू किया जाता है जबकि नियमत: बिजली विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी के बिना बिजली बंद या शुरू नहीं किया जा सकता है|
ग्राम पंचायत कर्रा में बिजली से चिपक कर ग्रामीण उमेश कश्यप की मौत हो गई, बताया जाता है कि कुछ समय पहले कर्रा के किसी जनप्रतिनिधि ने डियो चढ़ाने के लिए उमेश कश्यप को ट्रांसफार्मर लगे पोल पर चढ़ा दिया था इस दौरान डियो चढ़ाते हुए ग्रामीण उमेश कश्यप करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई आनन फानन में उमेश कश्यप को सिम्स में भर्ती कराया गया पर उसकी सांस थम गई जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश
चश्मदीद बताते हैं कि डियो गिरने के बाद बिजली ऑफिस में बैठे ऑपरेटर मदन साहू को लाइन बंद करने के लिए कॉल भी किया गया था पर उन्होंने कॉल पर कहा कि बिजली बंद नहीं कुछ क्षण के लिए ट्रिप कर देंगे और आप अपना काम कर लेना पर उमेश कश्यप को लगा कि बिजली तो बंद है तो क्यों ना हाथ से ही डियो को चढाकर बिजली की आपूर्ति को सुचारू रूप से चालू कर दिया जाए और गलती यही हुई उमेश कश्यप ने जैसे डियो को पकड़ के ट्रांसफार्मर में लगे कनेक्शन से जोड़ने का कोशिश किया वह 11 केवी के चपेट में आ गया अब कुछ ही क्षणों में चिपक कर नीचे गिर गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब बिजली की समस्या कहीं हो और किसी को परमिट देनी हो तो क्या वह इंसान वेरीफाइड होना चाहिए और अगर आपने किसी को परमिट दिया है तो अधूरा क्यों दिया है क्या इसमें जे ई आकाश पाण्डेय की जिम्मेदारी नहीं बनती ? क्या मस्तूरी प्रभारी ए ई चौहान की भी लापरवाही नजर आती हैँ जो अपने कर्मचारियों जिम्मेदारो कों संभाल नहीं पा रहें हैँ? क्योंकि यह कोई मजाक नहीं है यहां किसी एक व्यक्ति की जान चली गई उसके बच्चे अनाथ हो गए हैं यहां बिजली विभाग की साफ लापरवाही देखी जा रही है
लोगों का भी कहना है कि आप उस व्यक्ति को परमिट देते हैं जिसको आप जानते हैं या बिजली विभाग से संबंधित हो या कर्मचारी हो और जब आपने परमिट दिया था तो अपने बिजली बंद पूरी तरह से क्यों नहीं किया था और जब आपने बिजली पूरी तरह से बंद नहीं किया था तो आपको उस व्यक्ति को बताना चाहिए था जो डियो चढ़ाने के लिए ऊपर चढ़ा हुआ था अगर आप बता देते तो शायद उस व्यक्ति की जान बच जाती जाहिर सी बात हैँ इसमें मस्तूरी जे ई और ए ई की साफ लापरवाही दिखाई दे रही है जिनके कर्मचारी की लापरवाही के वजह से उमेश कश्यप की जान गई है| इस गंभीर लापरवाही के मामले में एई और जेई सांथ मे मदन साहू आपरेटर और जो फोन उठाया उन सबके खिलाफ हत्या का अपराध क़ायम हो और मृतक के परिजनों को मुआवजा पेंशन और उसके एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए
मेन्टनेस के नाम पर बिजली गुल का खेल, बिजली
मस्तुरी क्षेत्र में मेन्टनेस के नाम पर आम उपभोक्ताओ की कभी भी बिजली गुल कर दी जाती है वही क्रेशर, कोल डिपो कई प्रकार के कंपनी संचालको को 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति किया जाता है वही वही ट्रांसफ़ार्मर और बिजली पोल लगाने के नाम पर बिजली विभाग द्वारा जमकर वसूली भी किए जा रहें हैं| बिजली विभाग के अधिकारियो की मनमानी का अंदाजा भी इसी बात से लगाया जा सकता है कि ठेकेदारों से मिलीभगत कर अमानक स्तर के बिजली पोल लगाए जा रहे है नतीजन घटिया क्वालिटी होने के चलते जरा से आंधी-तूफ़ान आने पर बड़े बड़े बिजली खंबे तिनके की भांति भरभरा कर जमीन चाटने लगते है| मस्तुरी क्षेत्र में ऐसे ही कई बिजली पोल टूट कर चकना चूर हो चुके है|