
छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोमूत्र खरीदी को लैलूंगा विकासखंड में अमलीजामा पहनाया जा रहा है
रायगढ़ जिला लैलूंगा से हीरालाल राठिया की रिपोर्ट
लैलूंगा विकासखंड लैलूंगा ग्राम पंचायत रुडूकेला के आश्रित ग्राम केंदाटिकरा में माता रानी स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गोमूत्र खरीदी एवं कीटनाशक ब्रह्मास्त्र एवं बुद्धि वर्धक जीवामृत का निर्माण किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ शासन के फ्लैगशिप योजना अंतर्गत नरवा गरवा घुरवा बारी अंतर्गत विकासखंड लैलूंगा के ग्राम पंचायत रुडूकेला के आश्रित ग्राम केंदाटिकरा के माता रानी स्व सहायता समूह एवं गौठान समिति के द्वारा गोमूत्र क्रय किया जाता है कृषि विभाग एवं पशुधन विभाग के तकनीकी मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक व्यापक पैमाने पर एकत्र गोमूत्र से गोमूत्र उत्पाद कीटनाशक ब्रह्मास्त्र एवं बुद्धिवर्धक जीवामृत का निर्माण माता रानी स्व सहायता समूह के महिला सदस्यों द्वारा किया जा रहा है इसी क्रम में आज माता रानी स्व सहायता समूह के सदस्यों के उत्साहवर्धन एवं गोमूत्र उत्पाद के अधिकाधिक उपयोग के प्रति कृषको को जागरूक करने एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विकासखंड लैलूंगा के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी लोभन साय सारथी, वरिष्ठ उद्यान अधीक्षक जेएस तोमर ,पशुधन विकास अधिकारी डॉक्टर एलबके विश्वाल, वन विभाग के अधिकारी नागेंद्र मिश्रा, आर्य विद्या सभा सलखिया के विद्याधर, बीडीसी सुखदेव सिदार एवं गौठान अध्यक्ष सुभाष गुप्ता की उपस्थिति में महिला समूह के प्रशिक्षण एवं गुणवत्तापूर्ण गोमूत्र उत्पाद के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उत्साहित किया गया डॉ एल के विश्वाल पशुधन विकास अधिकारी के द्वारा 5 लीटर ब्रह्मास्त्र खरीद के ग्राम के किसानों को बांटा गया और उन्हें अगली बार स्वयं के पैसे से खरीदकर अपने खेतों में उपयोग करने हेतु आग्रह किया गया इसी प्रकार उद्यान विभाग के उद्यान अधीक्षक जे एस तोमर द्वारा 5 लीटर ब्रह्मास्त्र जीवामृत गोमूत्र खरीदी अपने उद्यानिकी नर्सरी के लिए वन विभाग के अधिकारी नागेंद्र दत्त मिश्रा ने भी अपने वन नर्सरी के लिए 5 लीटर जीवामृत गोमूत्र खरीदा आर्य विद्या सभा शिक्षण संस्थान के कर्मचारी विद्याधर गुप्ता के द्वारा भी 5 लीटर जीवामृत गोमूत्र अपने हॉस्टल एवं किचन गार्डन हेतु खरीदा गया इस प्रकार कुल 20 लीटर ब्रह्मास्त्र जीवामृत गोमूत्र समूह की महिलाओं से खरीदा गया जिससे उनको आर्थिक मदद भी मिली और उत्साहित भी हुए आगे और प्रसूर मात्रा में इसका निर्माण करने की बात कही संबंधित अधिकारियों ने और क्षेत्र के अन्य समूहों को भी इसी प्रकार ब्रह्मास्त्र जीवामृत गोमूत्र बनाने की अपील की