
छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के सदस्यों ने एडीएम डीएस राजपूत से मिल शिकायत ज्ञापन दिया
शिखर एक्सप्रेस न्यूज
खैरागढ़–छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने जिला कार्यालय के जनसम्पर्क विभाग में संलग्न व्याख्याता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कार्यशैली और दुर्व्यवहार की शिकायत करते हुए मूल पद में वापसी के लिए ज्ञापन सौपा है।
वीओ – खैरागढ़ में छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के सदस्यों ने एडीएम डीएस राजपूत से मिल शिकायत ज्ञापन दिया कि जिला कार्यालय में जनसम्पर्क विभाग में संलग्न मकसूद अहमद खान की कार्यशैली ठीक नही है और उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
लिपिकों ने बताया की मकसूद खान का मूल पद व्याख्याता एल.वी. डाईट है। शासन द्वारा आदेश में सीधे तौर पर कोई भी शिक्षक यदि किसी कार्यालय में संलग्न है तो उन्हें तत्काल उनकी मूल संस्था हेतु कार्यमुक्त किये जाने संबंधी आदेश प्रसारित होने पश्चात् भी आज तक उन्हें जिला कार्यालय से कार्यमुक्त नहीं किया गया है, पूर्व कलेक्टर गोपाल वर्मा के समक्ष पत्रकारों द्वारा भी संबंधित संलग्न कर्मचारी को जिला कार्यालय से मुक्त किये जाने ज्ञापन दिया गया था किन्तु इसके बाद भी उस पत्र पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। कहा की मकसूद अहमद खान का बर्ताव हम लिपिक कर्मचारियों के साथ ठीक नहीं है वह हमेशा हम लिपिक कर्मचारियों को नीचा कर्मचारी दिखाने की कोशिश करते रहते हैं जिससे हम लिपिक कर्मचारी आहत है।
यहां तक की इस कार्यालय में पदस्थ बड़े अधिकारियों के साथ भी उनका व्यवहार ठीक नहीं है। वो अपने आप को यहां के पदस्थ अधिकारियों से बड़ा बताने और जताने का काम करते रहते हैं। वही उन्होंने कार्यमुक्त की कार्यवाही नहीं किये जाने की स्थिति में लिपिक कर्मचारी सामूहिक तौर पर काम बंद कलम बंद हड़ताल करने की चेतावनी भी दिया है। इस मामले पर कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने विभागीय मामला होने के चलते साफ तौर पर बचते हुए मिडिया वालों से ही नहीं मिले।
बाइट 1 – अभिलेख सिंह (प्रांतीय सचिव लिपिक संघ)
बाइट 2 – आलोक वैष्णव (जिलाध्यक्ष लिपिक संघ)