
बाल मेला और आनंद मेला के आयोजन से बच्चो के आंतरिक विशेषता की पहचान होती है जयंत सिंह क्षत्रिय
अकलतरा से राकेश साहु
अकलतरा शासकीय पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक शाला अमोरा में आयोजित बाल मेला और आनंद मेला में ग्राम वासियों ने जमकर आनंद उठाया तथा छात्र छात्राओं के द्वारा बनाए गए व्यंजनों का लुफ्त उठाया तथा पालकों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया ।शाला विकास समिति के सदस्यों एवम महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों ने छात्र छात्राओं के द्वारा बनाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों का भरपूर आनंद लिया। आनंद मेला के आयोजक शाला के समस्त शिक्षको के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ जिसमे उनके द्वारा बनाए गए टीएमएम की प्रदर्शनी भी किया गया। प्राथमिक शाला के छोटे छोटे बच्चो सहित मिडिल स्कूल को मिलाकर लगभग 12 से तेरह प्रकार के व्यंजनों का स्टाल के द्वारा खाद्य सामग्री का प्रदर्शनी लगाकर जमकर बिक्री किया ।इस अवसर पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक जयंत सिंह क्षत्रिय ने कहा कि बच्चो के आंतरिक विशेषताओ के आंकलन करने का तथा नई शिक्षा नीति 2020को बढ़ावा देते हुए सहसंग्यानात्मक क्षेत्र के आंकलन हेतु बाल मेला और आनंद मेला का आयोजन अवश्य किया जाना चाहिए।छात्र छात्राओं के सतत अध्यापन कार्य के अलावा उनके रुचि को निखारने के लिए गैरशैक्षिक कार्य के जरिए उनके प्रतिभा को भी तराशने की आवश्यकता होती है। विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में मुख्यतः गुपचुप,चाट ,ब्रेड पकोड़ा ,अंडा भजिया ,चाउमीन ,चना चरपटी ,समोसा, बड़ा इत्यादि 12 से 13 प्रकार के व्यंजनों के साथ रिंग के द्वारा खेल का आयोजन भी किया गया।इस अवसर पर बच्चो के द्वारा बनाए गए विज्ञान तथा गणित के मॉडल का भी प्रदर्शनी किया गया जिसको पालको को खूब भाया और उन्होंने सभी बच्चो की सराहना की । कार्यक्रम के आयोजन में प्राथमिक प्रधान पाठक बर्मन ,रजनीकांत धीवर,श्रीमती रमा प्रधान,शैलेन्द्र कुंभकार,धनेश राम वर्मा,योगेंद्र राय ,सुनील शर्मा ,सुनील चंद्राकर ,बी के शर्मा तथा राज सर एवम शिव पटेल के साथ साथ समस्त छात्र छात्राओं का योगदान रहा।