गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की……
रायपुर। छत्तीसगढ मुस्लिम समाज की आज मुस्लिम महासभा आयोजित हुई जिसमें पूरे प्रदेश के हर जिले से मुस्लिम समाज के प्रमुख शामिल हुए बैठक में सभी मस्जिद के मुतवल्ली, नायब मुतवल्ली सेक्ट्ररी, अंजुमन के सदर, दरगाहों के खादिम,उर्स कमेटी सहित बाहोत बड़ी संख्या मैं समाज के बुद्धिजीवी वर्ग ,अधिवक्ता सहित हजारों लोग शामिल हुवे ,आयोजनकर्ता सदस्य हुसैनी सेना प्रमुख राहिल रउफी ने बताया की इस ऐतिहासिक और देश की पहली मुस्लिम महासभा मैं सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया 10 मुद्दो पर सभी लोगो ने अपनी राय रखी और ये कहा गया और मांग की (1)देश के प्राधानमंत्री “गाय” को देश का राष्ट्रीय पशु घोषित करे ,( 2)जितनी भी बीफ एक्सपोर्ट कंपनियां है उन्हे तत्काल बैन करे, (3)पशु परिवहन और तस्करी बंद हो, (4)आरंग हत्याकांड मैं हत्या की धारा लगाई जाए, इस हत्याकांड की न्यायिक जांच या सीबीआई जांच हो, बचे आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो,
(5)अवैध उगाही गैंग गो रक्षक के आड़ मैं उगाही मारपीट हत्या करने वालो को नकेल डाले शासन
(6)आरंग हत्याकांड को आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है जिसका अब मुस्लिम समाज पूरे प्रदेश स्तर पर विरोध करेगा , आज की ऐतिहासिक मुस्लिम महासभा मैं कहा की छत्तीसगढ़ का भाईचारा को बचाने के लिए सभी ने जोर दिया की कैसे छत्तीसगढ़ का भाईचारा सद्भाव बचाया जाए इसके लिए पूरे छत्तीसगढ़ के हर जिले से मुस्लिम समाज प्रमुख पहुंचे और आक्रोश व्यक्त किया की शासन प्रशासन के द्वारा भय मुक्त वातावरण बनाने कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है असामाजिक तत्वों को सरक्षण क्यों दिया जा रहा है छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है उसे अब आरंग हत्याकांड से नफरत का कटोरा कहा जाना लगा है आज बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल थे नोमांन अकरम हामिद,नईम रिजवी अशरफी ,राहील रऊफी , नाज रिजवी ,सैयद मोहम्मद अशरफ, एजाज कुरैशी ,फहीम शेख ,रफीक गोटिया ,शेख अफसर, निहाल खान, सोहेल सेठी ,गुड्डा सेठी ,मोहम्मद अमजद खान ,एहतेशाम हुसैन ,मो इरफान, शेख अकरम ,मोहम्मद इमरान ,मोहम्मद सदीक शजी सानी ,मोहम्मद मुमताज, बिलासपुर से ईरशाद अली, नज़ीर हुसैन सीपत, रफीक मेमन कोरबा, सज्जाद खान साजा, अब्दुल रज्जाक धमतरी, मो. अज़हर दंतेवाड़ा, जावेद खान कोटा, मो.समद खान छुरा, मो.उस्मान सिलियारी, मो.याकूब धरसीवा, अकील भाई डोंगरगढ़, समद भाई राजिम, फिरोज़ भाई देवभोग, ज़ाकिर घुरसेना, एजाज भाई, तहसीन भाई, शेख़ आबिद, मो.शमीम , शहर के मुतवल्ली साहेबान सहित पूरे छत्तीसगढ़ से हजारों लोग थे जो एक स्वर में छत्तीसगढ़ में अमन चैन कायम करने पर जोर दिया।