भारतीय मजदूर संघ का ई पी एफ कार्यालय में प्रधानमंत्री के नाम प्रदर्शन के साथ ज्ञापन न्यूनतम पेंशन में बढ़ोतरी और फर्जी मजदूरों के जांच की मांग
बिलासपुर–भारतीय मजदूर संघ द्वारा आज देश भर के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालयों और जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम धरना प्रदर्शन के साथ ज्ञापन सौंपा गया है। इसी क्रम में भारतीय मजदूर संघ जिला बिलासपुर द्वारा ई पी एफ ओ के बिलासपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हल्ला बोल करते हुए धरना प्रदर्शन, नारेबाजी के साथ प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन पत्र सौंपा गया जिसमें न्यूनतम पेंशन एक हजार से बढ़ाकर पांच हजार करने, पेंशन को महंगाई भत्ता से लिंक करने और ऐसे पेंशन धारियों को आयुष्मान योजना का लाभ देने की मांग की है। वहीं स्थानीय समस्याओं को लेकर क्षेत्रीय ई पी एफ आयुक्त के लिए एक और ज्ञापन देकर मांग की गई है
कि ई पी एफ खातों की जांच कर फर्जी मजदूरों की पहचान की जाऐ और ऐसे फर्जी खातों के द्वारा वास्तविक मजदूरों का हक छीनने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही किया जाए। तथा शासकीय, निजी प्रतिष्ठानों में कार्यरत सभी श्रमिकों को ई पी एफ की सभी सुविधाऐं प्रदान किऐ जाऐं। साथ ही नगर निगम में कार्यरत स्वच्छता दीदियों को भी ई पी एफ की सुविधा प्रदान किया जाऐ। आज के कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं इ पी एफ बोर्ड के सदस्य शंखध्वनि सिंह बनाफर ने किया, प्रमुख वक्ता के रूप में भारतीय मजदूर संघ के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल (छ.ग.) एस एन तिवारी ने कहा कि इस महंगाई के जमाने में एक हजार रुपए की पेंशन बड़े शर्म की बात है और इसे देश के नीति निर्धारकों को गंभीरता से लेना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री संजय तिवारी ने किया और लगभग दो घंटे के प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधि मण्डल के साथ क्षेत्रीय भविष्यनिधि आयुक्त सौरभ डोगरा जी को ज्ञापन सौंपा। सभा को स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश तिवारी एवं भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के सोशलमीडिया प्रभारी गिरजा शंकर आचार्य ने भी संबोधित किया, आज के कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री उषा साहू, राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रमेश द्विवेदी, और सोमावार जी, एस ई सी एल के सत्येंद्र कुमार,विशाल संग्राम नगर निगम से ओम ठाकुर, मेलाराम टंडन, पाठक संजय राजपूत, बिजली से मोनू श्रीवास, निकेतन काल्विन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।