भाटापारा

भाटापारा: कांग्रेस पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित हुए सुनील गुप्ता, पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप…..

भाटापारा (शहर): कांग्रेस पार्टी में अनुशासन और संगठनात्मक नियमों के उल्लंघन पर सख्त कदम उठाते हुए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, भाटापारा (शहर) ने सुनील गुप्ता को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। इस निर्णय की पुष्टि जिला अध्यक्ष हितेन्तु ठाकुर की अनुशंसा पर की गई।

क्या है मामला?

नगर पालिका भाटापारा द्वारा आयोजित इलेक्ट्रॉनिक वाहन और अन्य वाहन के उद्घाटन कार्यक्रम में सुनील गुप्ता पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का समर्थन करने और कार्यक्रम में भाग लेने का आरोप है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि यह कदम पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है और संगठनात्मक मूल्यों को कमजोर करता है।

भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सहयोग का आरोप

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच विवाद और मारपीट की घटनाएं हुईं। ऐसे में गुप्ता ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पक्ष में खड़े होने के बजाय भाजपा कार्यकर्ताओं को सहयोग किया, जो पार्टी के आदर्शों और अनुशासन के विरुद्ध है।

पार्टी से निष्कासन की प्रक्रिया

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव ने बताया कि इस मुद्दे पर पार्टी ने गहन समीक्षा की और पाया कि सुनील गुप्ता का यह कृत्य संगठन के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल खड़ा करता है। यादव ने बताया कि कांग्रेस पार्टी अपने सिद्धांतों और अनुशासन के प्रति प्रतिबद्ध है, और ऐसे किसी भी कार्यकर्ता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो।

जिला अध्यक्ष की भूमिका

जिला अध्यक्ष हितेन्तु ठाकुर ने इस निष्कासन का समर्थन करते हुए कहा, “पार्टी का हर कार्यकर्ता संगठन और उसके सिद्धांतों के प्रति उत्तरदायी है। अगर कोई सदस्य पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न पाया जाता है, तो उसे कठोर दंड भुगतना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी संगठन के अनुशासन को सर्वोपरि मानती है और ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाती है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी

इस घटना के बाद स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी गई। पार्टी के कई सदस्यों ने मांग की कि ऐसे कृत्यों पर तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि संगठन के भीतर अनुशासन और विश्वास बनाए रखा जा सके।

सुनील गुप्ता की प्रतिक्रिया

इस पूरे मामले पर सुनील गुप्ता की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वे इस निष्कासन के खिलाफ अपनी बात रखने की कोशिश कर सकते हैं।

राजनीतिक माहौल पर असर

भाटापारा में इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के समर्थकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। भाजपा ने इस मुद्दे को कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी का परिणाम बताया है, जबकि कांग्रेस ने इसे संगठनात्मक अनुशासन का मामला करार दिया है।

निष्कासन का संदेश

सुनील गुप्ता का निष्कासन कांग्रेस पार्टी के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि पार्टी अनुशासन और सिद्धांतों से समझौता नहीं करेगी। यह कदम उन कार्यकर्ताओं के लिए भी चेतावनी है जो संगठन के आदर्शों के खिलाफ जाकर व्यक्तिगत लाभ के लिए काम करते हैं।

आने वाले दिनों में इस मामले का क्या असर होगा, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि संगठन के प्रति असंतोषजनक आचरण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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