
*धरमजयगढ़ में अकीदत व भाईचारे के साथ मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी का पर्व!*
रायगढ़ जिला ब्युरो चीप राजू यादव की रिपोर्ट
धरमजयगढ़:- नूर से नूर का सिलसिला मिल गया,जब मोहम्मद मिले तो खुदा मिल गया।”नगर के मुस्लिम समाज द्वारा आज 9 अक्तूबर इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक आज 12 रबीउल अव्वल को अल्लाह के अव्वल और आखरी नबी हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम के पैदाइश के दिन को पर्व के रूप में अकीदत मुहब्बत के साथ मनाया गया। मुस्लिम भाइयों ने हाथों में अलम लेकर स्थानीय जामा मस्जिद के पास से दोपहर को जुलुसे मोहम्मदी निकालकर खिराजे अकीदत पेश किया ।इस मौके पर अकीदतमंदों ने जगह जगह लंगर का एहतमाम किया था,लोगों के बीच शीरनी पानी मिठाई इत्यादि बांटकर खुशी का इजहार किया गया।
इस अवसर पर मुस्लिम समाज के पूर्व सदर जनाब हाजी हिदायतुल्लाह खान साहब ने अल्लाह के प्यारे नबी के कलमात,उनकी हदीश को याद करते हुए कहा की इस्लाम अमन और शांति का पैगाम देता है,भूखों को खाना खिलाना,जरूरतमंदों की मदद करना चाहे वह किसी भी जाति समुदाय का हो,गरीब लोगों को कपड़ा पहनाना,सच्चाई की राह पर चलते हुए हमेशा हक़ की सदा बुलंद करना,सही मायनो में यही इसलाम का संदेश है।
वी ओ:- हर मुसलमान को पांच वक्त की नमाज कायम रखते हुए इसलाम के सभी अरकान अदा करना चाहिए और खुदा के पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के बताए नेक राह पर चलकर जीवन को सफल बनाना चाहिए।