
ग्राम पंचायत कैलाशगढ़ में भोजन कि बेवस्था कि गई है
कसडोल/लवन से ताराचंद कठोत्रे की रिपोर्ट
लवन । :- संत बाबा गुरू घासीदास का जन्म एवं तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में 24 से 26 फरवरी तक तीन दिवसीय गुरु दर्शन एवं सतसंमाग मेला आयोजित किया जा रहा है यह कार्यक्रम हर साल फागुन शुक्ल पंचमी, छठ एवं सत्तमी को तीन दिवसीय मेला के रूप में आयोजित किया जाता है जिसमें गुरु में जगत गुरु विजय गुरु जगतगुरु गुरु रुद्र कुमार एवं माता कौशल माता मेला में उपस्थित होकर श्रद्धालुओं को गुरु दरबार में आशीर्वाद प्रदान करते हैं मेले में प्रदेश के मंत्री कार्ड भी मंदिर में गुरु गद्दी में मत्था टेक आशीर्वाद लेते हैं प्रथम दिन गुरु परिवार द्वारा विधि विधान से गुरु गद्दी का पूजा अर्चना कर मेले का शुभारंभ किया जाएगा द्वितीय दिवस छठ को जगद्गुरु रूद्र गुरुराज महंत एवं संतों की गरिमा उपस्थित में कुतुब मीनार से ऊंचा विश्व प्रसिद्ध जैतखाम में ध्वज फहराया जाएगा। गिरौदपुरी धाम में इस अवसर पर बाबा के जन्म, कर्म एवं तपोभूमि में हजारों सेैनानियों की भींड़ जुटी हुई है।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ गुरुघासीदास बाबा का पर्व मनाया गया, जिसमें दूरदराज के लोग गिरौधपुरी धाम पहुंचकर बाबा के दर्शनकर सुख, शांति और समृद्धि की कामना को लेकर आशीर्वाद मांगने के लिए कुतुबमीनार से भी ऊंचे जैतखाम को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा हुआ है। करोड़ों रुपए की लागत से बने जैतखाम को देखकर दूरदराज से आए लोगों ने खूब प्रशंसा कर रहे हैं। यहां शो-पीस स्वीमिंग पुल बनाया गया है। प्रशासन द्वारा हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मुख्य मंदिर के सामने बेरिकेट्स बनाया है।
शासन-प्रशासन द्वारा चौक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। मौके पर समाज के लोगों सहित दिगर समाज से पहुंचे लोगों ने गुरुघासी दास बाबा के जैतखाम में पालो चढ़ाया। शासन-प्रशासन द्वारा दर्शनथियों के लिए भोजन की व्यवस्था नहीं की गई है। पंचकुंडी ,चरण कुंड ,छाता पहाड़ जैसे विभिन्न स्थानों पर दर्शनथियों की भीड़ जुटी रही। श्रद्धालुओं रात्रि विश्राम करने प्रतिक्षालय में एवं अन्य जगहों पर रूके हुए हैं ।गिरौदपुरी धाम में दिनों दिन दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। श्रद्धालुओं हजारों की संख्या में प्रतिदिन आ -जा रहे हैं । श्रद्धालुओं के लिए जगह,जगह समाज के लोगों के द्वारा खाने पीने एवं रुकने की बेवस्था कि गई है। जिसमें ग्राम कैलाशगढ़ में,लवन , डोगरिडिह, कसडोल, सेल , आदि गांवों में भोजन की बेवस्था कि गई है।