लवन

विहिप ने प्रेसवार्ता में कहा मातृ शक्तिपीठों से करेंगे संत सामाजिक समरसता और हिंदुत्व का जागरण—

कसडोल/लवन से ताराचंद कठोत्रे की रिपोर्ट

लवन : प्रकृति का उपासक हिन्दू समाज वनांचल में रहने वाले अपने बंधु बांधवों का कृतज्ञ हैं जिन्होंने तरु, नद,नीर और जीवों की पूजा के साथ मानवीय संवेदना को भी जीवंत रखा है। छत्तीसगढ़ राज्य को इस दृष्टि से सनातन मूल्यों के रक्षक के साथ सामाजिक समरसता का ध्वजवाहक भी कहा जा सकता है। यह एक सुखद संयोग है कि जब देश के अंदर हिन्दू समाज, हमारे वैदिक ग्रंथों और मान बिंदुओं को निशाने पर लिया जा रहा है, तब छत्तीसगढ़ की पावन धरती से संत समाज चारों दिशाओं में स्थित चार मातृ शक्ति पीठों से हिन्दू जागरण की अलख जगाने की पहल कर रहा है। सारा विश्व जानता है कि सनातन हिन्दू दर्शन वसुधैव कुटुंबकम् के साथ सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय और प्राणिमात्र के यू कल्याण का पक्षधर रहा है। कर्म की प्रधानता, सदाचार युक्त जीवन और जाति पाति मुक्त एकजुट हिन्दू राष्ट्र सनातन का लक्ष्य रहा है। सब प्रकार की विषमता और संकीर्ण भेदभावों को समाप्त कर एकात्म भाव से वंचित और उपेक्षित समाज के कल्याण की चिंता कर और उनको साथ लेकर संत समाज अपनी हिन्दू पहचान और सनातन परंपरा को जीवंत एवं जागृत बनाए रखना चाहता है।
ये विचार विश्व हिन्दू परिषद के जिला मुख्यालय बलौदाबाजार एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी क्लास वर्ल्ड स्कूल परिसर में अखिल भारतीय संत समिति छत्तीसगढ़ द्वारा प्रस्तावित हिन्दू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा के विषय में आयोजित प्रेस वार्ता में हिन्दू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा के संयोजक एवं विश्व हिन्दू परिषद प्रान्त छत्तीसगढ़ कार्याध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि सामाजिक समरसता और हिन्दू जागरण के निमित्त होने वाली संतों की यह पदयात्रा का शुभारंभ महाशिवरात्रि पर 18 फरवरी को छत्तीसगढ़ राज्य की चार दिशाओं में स्थित चार मातृ शक्तिपीठों से होगी और पूरे एक माह चलने वाली इस संत पदयात्रा का समापन 19 मार्च को रायपुर में एक विशाल हिन्दू जागरण समारोह के रूप में होगा ।
संत पदयात्रा के विषय में विस्तार से बताते हुए स्वामी सर्वेश्वर दास जी महाराज ने बताया कि संत समाज छत्तीसगढ़ राज्य के चार पवित्र मातृ सिद्धपीठों से इन यात्राओं का श्रीगणेश करेगा। प्रमुख शक्तिपीठों से होते हुए पदयात्रा गिरि कंदराओं, वनों, ग्रामों और झुग्गी बस्तियों के बंधु बांधवों के घर घर और जन- जन से जुड़ेगी। हिन्दू समाज के अंग अपनों के संग सनातन धर्म की चर्चा वाली संगत और उनके साथ सहभोज की पंगत सजेंगी। सर्व समाज से जुड़े संत महात्मा समाज के सभी प्रमुखों और प्रधानों को साथ लेकर हिन्दू समाज को जागृत करने का काम करेंगे। जाति पाति, भाषा, पंथ एवं राजनीतिक विचारधारा की संकीर्णता को त्यागकर सनातन पहचान को एक स्वर में एकाकार करने का आह्वान किया जाएगा।
जिला बलौदाबाजार भाटापारा विहिप अध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने बताया कि देश में आज एक और सनातन धर्म को चोट पहुंचाने के षड्यंत्र चल रहे हैं तो दूसरी ओर जनसंख्या का बढ़ता असंतुलन, धर्मांतरण, तस्करी, लव जिहाद और भूमि जिहाद जैसी विकट समस्याएं देश के समझ बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हैं। आज सबसे बड़ी आवश्यकता हिन्दू समाज के विषमता भाव को कम कर समरसता एवं एकजुटता कायम करने की इस नेक कार्य के माध्यम और मार्गदर्शक दोनों रूपों में पूज्य संत अपनी प्रभावी भूमिका में हैं। संत इस पदयात्रा के माध्यम से वनांचल क्षेत्र से लेकर मालिन बस्तियों तक स्वयं पहुंचकर सनातन मूल्यों और हिंदुत्व की रखा का संकल्प तो दिलाएंगे ही, वे सत्संग और सहभोज के माध्यम से आदर्श और अनुकरणीय प्रेरणा भी देंगे।
प्रेस वार्ता के दौरान विहिप प्रान्त संगठन मंत्री जितेंद्र वर्मा, आरएसएस जिला संचालक खोड़श राम कश्यप, विहिप विभाग समरसता प्रमुख सुशील भूषणीया, विहिप जिला मंत्री राजेश केशरवानी, कोषाध्यक्ष शिव प्रकाश तिवारी, समरसता प्रमुख विनय गुप्ता, भाजपा अधिवक्ता संघ जिला कार्यकारिणी सदस्य रेवाराम साहू, आरएसएस जिला सहकार्यवाह शालीन साहू, भाजयुमो नगर अध्यक्ष वासुदेव ठाकुर एवं बजरंगदल प्रखंड संयोजक थानेश्वर त्रिवेदी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!