एजुकेशन लोन के लिए भटक रहे छात्र और परिजन……
रायगढ़ जिला ब्युरो चीफ राजू यादव की रिपोर्ट
धरमजयगढ़ :-आज के दौर में दिनोंदिन महंगी हो रही शिक्षा प्रणाली में हर कदम पर धन की जरूरत है। उच्च शिक्षा के लिए लाखों रुपये की दरकार होती है। लेकिन लाखों की संख्या में ऐसे भी परिवार हैं, जो छात्र व छात्राओं को धन के अभाव में उच्च शिक्षा नहीं दिला पाते। इसी समस्या से निबटने के लिए सरकार ने एजुकेशन लोन की व्यवस्था प्रारंभ की। इस व्यवस्था के तहत छात्रों को उनकी शिक्षा में आने वाले खर्च के हिसाब से बैंक शिक्षा ऋण उपलब्ध कराने का प्रावधान है। लेकिन रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में यह योजना बैंक की लापरवाही के कारण परवान चढ़ती नजर नहीं आ रही है।और छात्र छात्राओं का सपना चूर चूर होता नजर आ रहा है।मामला है धरमजयगढ़ स्टेट बैंक का जहां टीकाराम राठिया निवासी बलपेदा अपनी बेटी सुमन राठिया को नर्सिंग कराने के लिए स्टेट बैंक से 3 लाख रूपये ऋण के लिए आवेदन किया था किंतु तीन माह बैंक के चक्कर कटवाने के बाद बैंक के मैनेजर ने शिक्षा ऋण देने से साफ मना कर दिया ऐसे में एक तरफ जहां एजुकेशन लोन ना मिलने के कारण बच्चो का भविष्य अंधकारमय हो रहा है वहीं दूसरी तरफ बैंक के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का बंटाधार होता दिख रहा है।