
दोहरे हत्याकांड का किया गया खुलासा….
पुलिस द्वारा अपने सास-ससुर की हत्या करने वाले आरोपी दामाद को किया गया गिरफ्तार
आरोपी द्वारा सिध्दखोल जलप्रपात मोड के पास पत्थर से मारकर अपनी सास की कर दी गई थी हत्या
इसी तरह आरोपी द्वारा पचपेढ़ी जंगल में गला घोट कर अपने ससुर की भी कर दी गई हत्या
हत्या कर सबूत मिटाने की नियत से आरोपी द्वारा अपने ससुर की लाश को जंगल में ही दिया गया है जला
ससुर की मृत लाश के चश्मा, पहने कपड़े, मोबाइल के टुकड़े आदि किया गया बरामद
पैसे की लेनदेन बना इस जघन्य दोहरे हत्याकांड का मुख्य कारण
घटना दिनांक से आरोपी लगातार कर रहा था पुलिस को गुमराह
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार के निर्देशन पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र चौबे तथा उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अभिषेक सिंह के मार्गदर्शन में मृतिका लक्ष्मी बाई मानिकपुरी एवं गुमशुदा नेहरू दास मानिकपुरी निवासी कसडोल के संबंध में मृतिका की हत्या एवं गुमशुदा की पता तलाश के क्रम में आरोपी दामाद – ईश्वर दास मानिकपुरी पिता टुकेश्वर दास मानिकपुरी उम्र 41 वर्ष साकिन महामाया पारा कसडोल को पकड़कर पुछताछ किया जा रहा था। आरोपी लगातार अपना बयान बदलते एवं मनगढ़ंत कहानी गढते हुए, गुमराह कर पुलिस को छका रहा था। आरोपी संपूर्ण प्रकरण की सच्चाई बताने में आनाकानी कर रहा था।
पुलिस द्वारा आरोपी से आज दिनांक 22.06.2023 को कड़ाई से पूछताछ करने पर अपराध धारा मृतिका लक्ष्मी बाई मानिकपुरी पति नेहरू दास मानिकपुरी उम्र 43 वर्ष निवासी कसडोल की हत्या करना कबूल करते हुये बताया कि :- सास-ससुर को 05 लाख रूपया आरोपी के द्वारा दिया गया था तथा 05 लाख रूपया का वह स्वयं गारंटर बनकर दिलवाया था। इस प्रकार कुल ₹10 लाख आरोपी द्वारा अपने सास-ससुर को दिया गया था। पैसा लेने के बाद सास-ससुर द्वारा दामाद का पैसा है नहीं देने पर भी वह क्या करेगा, यह बात दोनों सास-ससुर आपस में कर रहे थे। इस बात को कहते हुए आरोपी ने सुन लिया। आरोपी द्वारा अपना पैसा जो बर्तन धोकर एवं बहुत कठिनाई से पैसा एकत्रित किया हुआ है वह पूरा 10 लाख रूपये डुब जाने कि आशंका मन में होने से आरोपी ने दोनों सास-ससुर की हत्या करने की योजना बनाई।
आरोपी द्वारा योजनाबद्ध तरीके से दिनांक 20.05.2023 को अपने मोटर सायकल दो पहिया वाहन हीरो होंडा स्पलेंडर क्र. CG 04CJ 1276 में अपने सास लक्ष्मी बाई मानिकपुरी को पीछे बिठाकर हत्या करने के लिये बहकाकर कसडोल से सिध्दखोल जलप्रपात मोड के पास ले गया। वहां जाकर आरोपी द्वारा अपनी सास का मुंह दबाकर एवं पत्थर से मारकर हत्या कर शव को घसीटकर झाडियों में छुपाकर घटना घटित कर दिया गया। आरोपी से विस्तृत पूछताछ, घटना का पुनरीक्षण, कबुली बयान में घटना का खुलासा करते हुये मृतिका लक्ष्मी बाई की हत्या से संबंधित घटना में प्रयुक्त पत्थर का बरामदगी धारा 27 साक्ष्य अधिनियम के तहत मेमोरेण्डम कथानुसार बरामद कराकर जप्ती किया गया है।
गुमशुदा नेहरू दास मानिकपुरी जो कि आरोपी का ससुर था उसे भी हत्या करने की योजना से दिनांक 20.05.2023 को हटौद चौक में सायकल छोड़कर अपनी मोटर सायकल उपरोक्त वाहन क्र. CG04 CJ 1276 में पीछे बैठाकर बहकाकर जडी बुटी लेने पचपेडी जंगल ले गया। वहां पर आरोपी द्वारा पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ससुर नेहरू दास का गमछा से गला घोटकर हत्या कर, जलाकर घटना घटित कर दिया गया। घटना स्थल से मृतक नेहरू दास मानिकपुरी का जला हुआ चश्मा एवं कपड़े के टुकड़े, टूटे हुये मोबाईल के टुकड़े बरामद कराकर जप्ती किया गया है। आरोपी ने पूछताछ पर अपने ससुर नेहरू दास मानिकपुरी की हत्या कर शव को जलाना बताया है, लेकिन मौका ए वारदात पर शव नहीं मिला है। शव नही मिलने से हत्या करने के लिये बहकाकर ले जाने व साक्ष्य छुपाने पाये जाने से देहाती नालसी लेकर अपराध क्र. 374/2023 धारा 364,201 भादवि पंजीबध्द कर आरोपी की गिरफ्तारी की जाती है।
मृतिका लक्ष्मीबाई मानिकपुरी की हत्या करना पाये जाने से अपराध क्र. 361/2023 धारा 302,364,201 भादवि में आरोपी को विधिवत गिरफ्तार किया गया है। घटना से संबंधित सीसीटीव्ही फुटेज साक्ष्य के रूप में जप्त किया गया है। कबुली बयान के आधार पर आरोपी का विडियोग्राफी, फोटो ग्राफी कराते हुये घटना का पुनरिक्षण किया गया है। घटना की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी निरीक्षक के.सी. दास, प्र.आर. हितेन्द्र सोनी, जगदीश राठौर, आरक्षक संजय घृतलहरे, चमन मिथलेश, सुजीत तम्बोली, शैलेन्द्र बंजारे, शरद साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।