
हथिनी और रानी गांव में डायरिया की 10- 10 मरीज मिले 130 घरों में सीएमएचओ डॉ. शुक्ला ने कराया सर्वे…..
बिलासपुर/मस्तूरी से भवानी राय
सीएमएचओ ने ग्रामीणों से की मुलाकात सावधानी बरतनी किया जागरूक

बिलासपुर। मौसम में बदलाव के साथ ही डायरिया के मरीज मिल रहे हैं। रविवार को हथिनी और रानी गांव में सीएमएचओ डॉ राजेश शुक्ला ने खरोखर सर्वे कराया दोनों गांव में 10 -10 डायरिया के मरीज मिले हैं। जिन्हें दवा का वितरण किया गया है। सीएमएचओ डॉ शुक्ला ने बताया कि शनिवार को रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में रानी गांव से डायरिया के 4 मरीज भर्ती हुए थे। रविवार को रानी गांव में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कराया गया। यहां 60 घरों में मितानिन और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा सर्वे किया गया। 10 डायरिया के मरीज मिले, उन्हें दवा का वितरण किया गया है। रानी गांव के बाद सीएमएचओ डॉ राजेश शुक्ला बिल्हा के ग्राम हथनी पहुंचे यहां भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 70 घरों का सर्वे कराया गया। जिसमें डायरिया के 10 मरीज मिले। दोनों काम में अभी भी हेल्थ कैंप लगाया गया है। जहां शिविर लगाकर लोगों की जांच और उपचार कर दवा वितरण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान बिल्हा बीएमओ डॉक्टर शुभा गढ़ेवाल, नौशाद अहमद, कोटा और बिल्हा विकासखंड के चिकित्सा अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
3 मरीज रतनपुर और 4 बिल्हा सीएससी रेफर
सर्वे के दौरान दोनों मिलाकर रविवार डायरिया के 20 मामले सामने आए हैं। रानी गांव से 3 मरीज सीएससी रतनपुर में भर्ती कराए गए हैं। इसके साथ ही हथिनी गांव के चार मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा रेफर किया गया है। जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा है। हथनी गांव में तीन शिफ्ट में सर्वें और जांच के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
गांव वालों को सीएमएचओ ने डायरिया से बचाव के बताएं उपाय
रानी गांव और हथिनी गांव में पहुंची मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश शुक्ला ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए। उन्हें डायरिया सहित अन्य जल जनित बीमारियों से बचाव के तरीके बताएं। डॉ शुक्ला ने ग्रामीणों से कहा कि दूषित भोजन करने से बचें, घर में पानी का सेवन करें, सर्दी जुखाम या बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, नीम हकीम और झाड़-फूंक से बचें। समय पर बीमारी दवा मिलने से रोगी जल्द स्वस्थ हो जाता है।