भाटापारा

स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ऑनलाइन मतदान आवश्यक- आशीष जायसवाल…..

भाटापारा से मो शमीम खान

शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत में कमी चिंता का विषय

” राजधानी और न्यायधानी में औसतन सबसे कम मतदान”

भाटापारा:- देश के पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में से एक छत्तीसगढ़ प्रदेश में मतदान संपन्न हुआ।।प्रदेश के चुनावी महाकुंभ में कुल मतदाता के लगभग तीन चौथाई ने अपने मतदान का उपयोग किया।।पूरे प्रदेश में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही।।नई पहल करते हुए चुनाव आयोग ने 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए पूर्व में ही उनके निवास स्थल पर मतदान करने की सुविधा प्रदान की,यह नव प्रयोग सफल भी रहा,लेकिन छत्तीसगढ़ प्रदेश के शहरी मतदान केदो में औसत मतदान लगभग 60% के आसपास ही रहा जो की चिंता का विषय है।राजधानी रायपुर और न्याय धानी बिलासपुर में तो मतदान का प्रतिशत 60% से भी नीचे रहा।। शहरी मतदाताओं के बीच मतदान प्रतिशत में गिराव की ओर ध्यानाकर्षण कराते हुए विधायक प्रतिनिधि आशीष जायसवाल ने कहा कि अधिकारों के प्रति सजग शिक्षित मतदाताओं का मतदान केदो में ना पहुंचना स्वस्थ लोकतंत्र और पारदर्शी मतदान के लिए सर्वथा अनुचित है।।छत्तीसगढ़ प्रदेश के विधानसभा चुनाव में शहरी मतदाताओं में लगभग 40% मतदाताओं का मतदान के इस महाकुंभ में भाग ना लेना लोकतंत्र के साथ-साथ भावी राष्ट्र निर्माण के लिए घातक है।।गौर से इस विषय पर यदि निर्वाचन आयोग चिंतन करें तो इन परिस्थितियों के कई कारण है ।।मतदान दिवस के दिन बड़ी संख्या में लोगों का आबश्यक कारणों से शहर से बाहर रहना मतदान ना कर पाने का एक प्रमुख कारण है।।इसी तरह स्वास्थ्य कारणों से मतदाता मतदान नहीं कर पाते,निजी नौकरी पेशा ऐसे मतदाता जो सुबह से अपने गंतव्य के लिए निकल पड़ते हैं,चाह कर भी मतदान से चूक जाते हैं।।बड़ी संख्या में घर में रहने वाली महिलाएं घरेलू कार्यों की व्यस्तता का हवाला देते हुए मतदान केदो तक नहीं पहुंच पाती।।कई बार ऐसे मतदाता जो मतदान केदो तक तो पहुंच जाते हैं लेकिन केदो में अत्यधिक भीड़ होने के कारण बिना मतदान के ही वापस आ जाते हैं,इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए भावी चुनाव के दृष्टिकोण से निर्वाचन आयोग को ऑनलाइन मतदान की प्रक्रिया के लिए गंभीरता से विचार कर कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए।।

“शिक्षा स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन प्रक्रिया जारी”

देश प्रदेश के सरकारी विभागों से लेकर निजी क्षेत्र के विभागों में भी सामान्य आवेदन से लेकर विशिष्ट प्रकार के आवेदनों को भरने की ऑनलाइन प्रक्रिया वर्षों से चली आ रही है।छात्रों के लिए विविध ऑनलाइन आवेदन,रेलवे के क्षेत्र में ऑनलाइन प्रक्रिया,स्वास्थ्य के लिए ऑनलाइन परामर्श बुकिंग,राजस्व के क्षेत्र में आम आवेदको द्वारा ऑनलाइन आवेदन,व्यापार से लेकर उद्योगों की स्थापना तक सभी प्रकार के ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किया जा रहे है,जो कि अब सामान्य जन जीवन का हिस्सा बन चुकी है तो फिर लोकतंत्र के सबसे बड़े महाकुंभ में जहां देश प्रदेश की भावी राजनीति से लेकर सत्ता की स्थापना और परिवर्तन तक की संपूर्ण प्रक्रिया एक-एक मत पर निर्भर करती है वहां ऑनलाइन मतदान की प्रक्रिया अब तक क्यों नहीं अपनायी गई।यदि भावी लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा ऑनलाइन मतदान की प्रक्रिया को अपनाया जाता है तो निसंदेह हर एक चुनाव क्षेत्र में 90% से अधिक मतदान के लक्ष्य को बड़ी आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए हितकारी रहेगा।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!