चुनौती साबित हो रही 57 हाथियों के सबसे बड़े दल की ट्रैकिंग जटिल पहाड़ियों में दिन भर चला सर्च ऑपरेशन, नतीजा सिफर
शिखर एक्सप्रेस न्यूज
रायगढ़ वन मंडल के खरसियां रेंज अंतर्गत बरगढ़ इलाके में 57 हाथियों के सबसे बड़े समूह में शामिल हाथियों की संख्या को लेकर संशय बरकरार है। तमाम विभागीय कवायदों के बावजूद इस दल के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। विभाग द्वारा हाथियों के लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाने के पीछे क्षेत्र का दुर्गम पहाड़ी इलाका बताया जा रहा है। बीते बुधवार को खरसियां रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मालपानी नामक स्थानीय बीहड़ क्षेत्र में दिनभर हाथियों की मॉनिटरिंग में लगी रही। लेकिन काफी मशक्कत के बावजूद हाथियों की वास्तविक स्थिति के बारे में पता नहीं लगाया जा सका। खरसियां रेंज अफसर ने बताया कि ड्रोन कैमरे के सहयोग से हाथियों के दल की ट्रैकिंग किया गया। लेकिन धुर पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई। अधिकारी ने बताया कि सर्चिंग के दौरान क्षेत्र में हाथियों के फुट मार्क्स व लीद देखा गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में हाथियों का बड़ा दल मौजूद है लेकिन उनकी संख्या को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस पूरे मामले में दुर्गम पहाड़ियों में विचरण कर रहे हाथियों के इस सबसे बड़े ग्रुप की ट्रैकिंग विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। 4 जनवरी के रायगढ़ वन मंडल के विभागीय रिपोर्ट में हाथियों की कुल संख्या 14 बताई गई है। खरसियां के बरगढ़ इलाके में विचरण कर रहे हाथियों की तादाद की पुष्टि नहीं हो पाने के कारण 57 हाथियों के इस समूह को कुल संख्या में शामिल नहीं किया गया है।
रायगढ़ वन मंडल के खरसियां रेंज अंतर्गत बरगढ़ इलाके में 57 हाथियों के सबसे बड़े समूह में शामिल हाथियों की संख्या को लेकर संशय बरकरार है। तमाम विभागीय कवायदों के बावजूद इस दल के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। विभाग द्वारा हाथियों के लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाने के पीछे क्षेत्र का दुर्गम पहाड़ी इलाका बताया जा रहा है। बीते बुधवार को खरसियां रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मालपानी नामक स्थानीय बीहड़ क्षेत्र में दिनभर हाथियों की मॉनिटरिंग में लगी रही। लेकिन काफी मशक्कत के बावजूद हाथियों की वास्तविक स्थिति के बारे में पता नहीं लगाया जा सका। खरसियां रेंज अफसर ने बताया कि ड्रोन कैमरे के सहयोग से हाथियों के दल की ट्रैकिंग किया गया। लेकिन धुर पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई। अधिकारी ने बताया कि सर्चिंग के दौरान क्षेत्र में हाथियों के फुट मार्क्स व लीद देखा गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में हाथियों का बड़ा दल मौजूद है लेकिन उनकी संख्या को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस पूरे मामले में दुर्गम पहाड़ियों में विचरण कर रहे हाथियों के इस सबसे बड़े ग्रुप की ट्रैकिंग विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। 4 जनवरी के रायगढ़ वन मंडल के विभागीय रिपोर्ट में हाथियों की कुल संख्या 14 बताई गई है। खरसियां के बरगढ़ इलाके में विचरण कर रहे हाथियों की तादाद की पुष्टि नहीं हो पाने के कारण 57 हाथियों के इस समूह को कुल संख्या में शामिल नहीं किया गया है।