दंगल द वीरनपुर फिल्म के लिए हीरो हीरोइन का चयन पूर्ण हो चुका है।
रिपोर्टर राकेश कुमार साहू। अकलतरा
रायपुर –महान छत्तीसगढ़ी पारिवारिक फिल्म एवं वर्तमान में बनने जा रही है फिल्म दंगल द वीरनपुर के लिए कलाकारों का चयन हो चुका है जिस मऐ की निम्न कलाकारों का नाम है।
पवन गांधी
काहे के चिंता है काका जिंदा है के फिल्म के हीरो पवन गांधी को लिया गया है क्योंकि पवन गांधी काहे के चिंता है काका जिंदा है के फिल्म में अच्छी तरह से अभिनय किया है जिसके चलते पवन गांधी को दंगल द वीरनपुर के लिए लिया गया है मुख्य हीरो का किरदार निभाएंगे इनकी किरदार को देखते हुए दंगल द वीरनपुर के लिए इनका चयन किया गया है जो की बड़ी गौरव की बात है।
शालिनी विश्वकर्मा।
शालिनी विश्वकर्मा प्रसिद्ध है सोन की नथनी के गाने की हीरोइन को इस फिल्म में लिया गया है मुख्य हीरोइन का किरदार निभाने के लिए जो की बहुत अच्छी तरह से किरदार निभाती है हर तरह का किरदार निभाने में माहिर है और शालिनी विश्वकर्मा इंस्टाग्राम में खूब सारे रिल पोस्ट की हुई है एवं एल्बम में भी काम की हुई है जिसके चलते शालिनी विश्वकर्मा को दंगल द वीरनपुर फिल्म के लिए चयन किया गया है जो की बड़ी अच्छी सौगात है।
हेमा साहू।
हेमा साहू का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि जिस टाइम में बेमेतरा साजा में दंगल द वीरनपुर फिल्म के टाइटल के अनुसार साजा मैं जो घटना हुई थी दर्दनाक तरीके के साथ में हत्या की गई थी उसे घटना की अवलोकन करने के लिए हेमा साहू एक समाज सेविका है जिसे इस फिल्म के लिए दंगल द्विरानपुर के लिए चयन किया गया है यह गौरव की बात है दुर्ग जिला के रहने वाली है जिसे इस फिल्म में समाज सेविका के रूप में लिया गया है।
हेमलाल चतुर्वेदी।
हेमलाल चतुर्वेदी का कहना यह है कि इस फिल्म के लिए वैसे सारे कलाकारों की चयन हो चुकी है मगर कुछ-कुछ कलाकारों का चयन होना बाकी है एवं उपरोक्त कलाकारों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया गया है दंगल द वीरनपुर फिल्म के लिए यह फिल्म छत्तीसगढ़ी भाषा पर आधारित फिल्म है साथ ही साथ इस फिल्म की घटनाओं में बेमेतरा में जो घटना हुई है उसे घटना को चित्रण किया जाएगा।
हमारे संवाददाता एवं स्टार प्रचारक राकेश कुमार साहू का कहना यह है कि जब-जब छत्तीसगढ़ी फिल्मों का निर्माण होता है तो कलाकारों का भी चयन किया जाता है इस तरह से चयन किया गया है जिसमें शालिनी विश्वकर्मा पवन गांधी हेमा साहू का चयन किया गया है दंगल द वीरनपुर फिल्म के लिए वह बड़ी अच्छी सौगात है और यह फिल्म छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति पारंपरिक वेशभूषा बोली भाषा पर आधारित फिल्म बनाई जा रही है इसका शुभ मुहूर्त होना बाकी है वैसे फिल्म काहे के चिंता है काका जिंदा है का फिल्म सफल नहीं हो पाया था मगर फिल्म को प्रदर्शन के लिए यूट्यूब पर लॉन्च किया गया था जिसमें 5 लाख मिलियन पर हो गई थी जिसमें प्रसिद्धि हासिल हुई और फिल्म सुपर डुपर हिट होकर मोबाइल में देखने को मिला भले ही सिनेमा घरों में देखने को नहीं मिला मगर मोबाइल में देखने को मिल गया फिल्म के निर्माता निर्देशक के द्वारा ऐसा प्रयास किया गया कि काहे की चिंता है काका जिंदा है फिल्म को मोबाइल पर देखने के लिए डाल दिया गया था यह बड़े अच्छे कार्य थे हमारे संवाददाता का यह भी कहना उचित है कि जो भी विरोधी फिल्म होता है राजनीति हो या समाज से जुड़े हुए जो भी फिल्म बनते हैं उसको कुछ लोगों के द्वारा विरोध किया जाता है मगर उन फिल्मों को यूट्यूब पर जब लॉन्च किया जाता है तो काफी अच्छी मिलती है प्रसिद्धि मिलती है उन फिल्मों को तो सुपर डुपर हिट होकर निर्माता निर्देशक एवं कलाकारों के मनोबल को बढ़ाता है इस तरह से दंगल द वीरनपुर फिल्म बन रहा है जिस्म की ईश्वर प्रसाद साहू बेमेतरा के विधायक खासतौर से साजा विधानसभा के विधायक के जीवन पर घटित घटनाओं पर आधारित फिल्म बनाई जा रही है वह काफी अच्छी चलेगी।