भाटापारा

छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 5 फरवरी को छोड़कर, भाटापारा विधायक इन्द्र साव द्वारा अवैध शराब बिक्री को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आरंभ किया।……

भाटापारा से मो शमीम खान

शिखर एक्सप्रेस न्यूज़/भाटापारा छत्तीसगढ़ में लगभग सात-आठ वर्ष पूर्व भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने यहां की शराब दुकानों में शराब स्वयं बिकवाना आरंभ कर दिया गया था। जो आज तक जारी है। तत्कालीन सरकार ने इस दावे के साथ नई आबकारी नीति चालू की कि इससे यहां शराब बेचने वाले कोचिंयों पर लगाम लगेगी। परन्तु ऐसा ना होकर उल्टा समूचे छत्तीसगढ़ में शराब कोंचियों की मानो बाढ़ सी आ गई।
आज हमारे भाटापारा शहर में हर गली-कूचे व चौक-चौराहों पर खुले आम, बेधड़क व बिना किसी लगाम के शराब सहज व सुलभ रूप से मिलने लगी है। जिससे यहां का माहौल बेहद शर्मनाक हो गया है। किसी भी गली व चौक-चौराहों से महिलाओं, बच्चों व सभ्य नागरिकों का निकलना मुश्किल भरा काम हो गया है। ऐसा ही हाल भाटापारा शहर के आस-पास के छोट-बड़े सभी गांवों का भी हो गया है। ऐसी विषम स्थिति को देखते हुए व प्राप्त शिकायतों के मद्देनजर भाटापारा के विधायक इन्द्र साव आज दिनांक 05 फरवरी 2024 से अपने समस्त कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं तथा आस-पास के ग्रामीणों की भीड़ को साथ लेकर स्थानीय जय स्तंभ चौक पर शराब कोंचियों पर लगाम लगाने व उन पर किसी भी प्रकार की स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन पर बैठ गये है। जिसमें प्रमुख रूप से सतीश अग्रवाल, सुशील शर्मा, राधेश्याम शर्मा (फग्गा), ईश्वर सिंह ठाकुर, अरूण यादव, शैली भाटिया, राजकुमार शर्मा, मुकेश साहू, घनाराम साहू, फिरेन्द्र कोशले, अमर मंडावी, दिवाकर मिश्रा, रविशंकर धु्रव, देवनारायण बांधे, सीरिज जांगडे़, अशोक धु्रव आदि थे।
प्रायः सभी वक्ताओं ने नगर और आस-पास के गांवों में हो रही अवैध शराब बिक्री को लेकर स्थानीय शासन-प्रशासन पर अपना आक्रोश जताया।

इसी अवसर पर स्थानीय विधायक इन्द्र साव ने अपने उद्बोधन में कहां कि, मेरा काम अपनी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का व अखबारों में अपनी फोटो छपवाने का नहीं है। मै अपनी विधानसभा के प्रत्येक आम नागरिक का जहां तक हो सकें चाहे वह छोटा हो या बड़ा हो महिला-पुरूष या किशोरावस्था का हो सब की परेशानी व समस्या दूर करने का है। मैं जब भी यहां के गांवों के दौरे में जाता हूं तो यहां के लोगों को यह कहते सुनता हूं कि हमारे गांव के विकास के बारे में अभी कुछ नहीं कहना है, अभी फिलहाल आप सबसे पहले हमारे गांवों में बिकने वाली अवैध शराब बंद करवाईये। इस शराब ने हमारे कई घर परिवार बर्बाद कर दिये। खास कर महिलाएं इससे अधिक दुखी है। लगातार हर गांव के लोगों द्वारा तथा भाटापारा शहर के आम नागरिकों द्वारा भी ऐसी बाते सुनकर हमारे द्वारा सर्वप्रथम 18 जनवरी को अनुविभागीय अधिकारी का घेराव कर यह बाते बता कर शराब कोंचियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। इस पर उन्होंने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। पर हुआ कुछ नहीं। इसके बाद हमने बलौदाबाजार-भाटापार के कलेक्टर महोदय को उपरोक्त संदर्भ में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंप कर 15 दिनों के अंदर कार्रवाई करने का आग्रह किया। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी। पर अफसोस कि उनके द्वारा भी 15 दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। फिर हम कल 04 तारीख को पुनः एस.डी.एम के पास जाकर धरना प्रदर्शन की बात भी की। पर बात नहीं बनी। इसी के कारण आज से हमारे क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री बंद करवाने के लिए हमें मजबूरीवश यह धरना प्रदर्शन हमारे द्वारा किया जा रहा है। हमारे क्षेत्र में जब तक अवैध शराब बिक्री बंद नहीं होगी तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।इस धरना प्रदर्शन में भाटापारा शहर के अलावा आस-पास के भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित हुए उनका मै आभार व्यक्त करता हूं।
इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रमिला साहू, दानी भाट, सरस्वती साहू, पूर्णिमा श्रीवास, दीपा जांगड़े, हेमीन धु्रव, सीमा रात्रे, महेन्द्र साहू, अरूण वर्मा, कुंजराम साहू, शैलेन्द्र अहिरवा, नंदू साहू, सत्यजीत सेंडे, विवेक यदु, लालु मानिकपुरी, जग्गाराव, व बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दी।

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