छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता एवं निर्देशक मनोज वर्मा की कहानी (जीवन लेख)

अकलतरा से राकेश कुमार साहू

रायपुर–छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता एवं निर्देशक मनोज वर्मा जो की छत्तीसगढ़ी फिल्म के निर्माता हैं इनके संबंध में निम्न जानकारी है।
मनोज वर्मा पिता स्वर्गीय डॉक्टर बीबीएल वर्मा स्वप्निल डिजिटल स्टूडियो सिविल लाइंस रायपुर मनोज वर्मा का जन्म है 8 /11/ 1967।

मनोज वर्मा की शैक्षणिक योग्यता b com m a(eco) ईमेल लोक संगीत इंदिरा गांधी कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से मेरिट में पास स्टूडेंट है बीएमयूज द्वितीय वर्ष शास्त्री संगीत आकाशवाणी और दूरदर्शन के स्वीकृत कलाकार लाइट म्यूजिकल okl।
स्वप्निल डिजिटल स्टूडियो के निर्देश स्वप्निल फिल्म प्रोडक्शन।
मनोज वर्मा की फिल्मोग्राफी है बार जो 2008 में प्रदर्शित हुई महू दीवाना तहु दीवाना 2010 श्री टेटकू राम निदेशक एवं लेखक 2011 डु लफड़ु निदेशक एवं लेखक 2012 भूलन डै मेज निर्माता एवं निदेशक एवं लेखक 2017 महू कुंवारा तहु कुमारी निर्माता एवं निर्देशक 2019।

मनोज वर्मा को पुरस्कार मिले सीजी फिल्म उद्योग के लिए निर्देश लेखन और योगदान के लिए पहले छत्तीसगढ़ राज्य पुरस्कार किशोर साहू पुरस्कार 2018 मिस्टर टेटकू राम के लिए 2011 में सर्वश्रेष्ठ निर्माता एवं सर्वश्रेष्ठ लेखन के रूप में भुलंद ड
मेज के लिए डु लफडु पुरस्कारों के लिए 2012 में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक एन ई जेड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल वर्ल्ड शो के सिनेमा अवार्ड मैडम मेडिटरेनियन फिल्म फेस्टिवल इटली अधिकारी चयन एड फैक्ट फिल्म फेस्टिवल कैलिफोर्निया अवार्ड ऑफ़ रिक्रिएशन प्रशंसा फिल्म फेस्टिवल ला जोल कैलिफोर्निया अवार्ड ऑफ़ रिकॉग्निशन लेक सिटी फिल्म फेस्टिवल ग्वालियर में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार संसार फिल्म फेस्टिवल दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ फिल्म भारतीय फिल्म एफएम में सर्वश्रेष्ठ फिल्म फेस्टिवल ओरछा आजमगढ़ फिल्म फेस्टिवल नॉन कंपटीशन स्क्रीन रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 25 व राष्ट्रीय समारोह एवं फिल्म महोत्सव नॉन स्क्रीनिंग फिल्म भूलन द मए ज छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म है हा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए व्यावसायिक फिल्म निर्माण के अलावा सरकार के प्रचार के लिए कई वृत्त चित्रों का फिल्मों और वाणिज्यिक विज्ञापन का निर्देशन किया है छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ की लोक कथा बांस गीत पर आधारित द्वितीय चित्रों में से एक तिऋ नाद को भुवनेश्वर उड़ीसा में कला और कलाकार पर अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के लिए चुना गया।
फिल्म निर्माण पर कार्यशालाएं कुशाभाव ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रफ रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एमिटी यूनिवर्सिटी।
इसी तरह से छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता एवं निर्देशक मनोज वर्मा के संबंध में जानकारी प्रस्तुत किया गया।

रिफ रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एमिटी यूनिवर्सिटी।

इसी तरह से मनोज वर्मा द्वारा विभिन्न प्रकार के फिल्मों का निर्माण किया एवं वर्तमान में 2024 में छत्तीसगढ़ी फिल्म सुक वा फिल्म का निर्माण कर रहे हैं।

मनोज वर्मा की जुबानी।

मनोज वर्मा निर्माता एवं निर्देशक हैं साथ ही साथ एक अच्छे निर्देशक होने के गुण मौजूद है जिसके कारण छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में अपना एक अलग कार्य प्रणाली के साथ फिल्मों का निर्माण एवं निर्देशन भी करते हैं वैसे देखा जाए तो मनोज वर्मा को छत्तीसगढ़ी भाषा का ज्ञान होने के कारण इन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा की फिल्मों पर निर्माण की मूल अहम भूमिका अदा की है।
हमारे संवाददाता एवं स्टार प्रचारक का कहना यह है कि जब से छत्तीसगढ़ राज्य बना है तब से छत्तीसगढ़ी फिल्मों का निर्माण एवं निर्देशन का कार्य चाहे सतीश जैन हो चाहे छोटे लाल साहू हो चाहे मोहन सुंदरानी हो चाहे मोहित कुमार साहू हो चाहे प्रणव झा हो नामी निर्माता एवं निर्देशक होने के कारण छत्तीसगढ़ी फिल्मों का निर्माण होता है जिसे दर्शक देखते भी हैं और उन फिल्मों का विशेष रुझान रहने के कारण फिल्मों को इनाम भी मिलता है चाहे राज्य स्तर में हो चाहे राष्ट्रीय स्तर पर हो मगर छत्तीसगढ़ी फिल्मों की एक अपनी अलग पहचान बन चुकी है जिससे हमारी छत्तीसगढ़ी फिल्मों की निर्माण की कार्य प्रगति पर है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि जब से छत्तीसगढ़ राज्य बना तब से हमें छत्तीसगढ़ी फिल्मों को देखने का अवसर मिलता है साथ ही साथ हमारे छत्तीसगढ़ के ही कलाकारों को लेकर फिल्म बनाया जाता है जो हमारे लिए वरदान साबित हो रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले युवा कलाकार में छत्तीसगढ़ी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है तब कहीं जाकर फिल्म का निर्माण होता है प्रदर्शन होता है और उन गिने-चुने फिल्मों को अवार्ड भी मिलता है इसीलिए कहा जाता है कि छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
निर्माता निर्देशक के अतिरिक्त फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर भी रहते हैं जो की फिल्मों का वितरण भी करते हैं टॉकीजों में उनकी भी मुख्य भूमिका रहती है उन फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूटर अमन पिक्चर्स मूवर्स एवं मा कामना फिल्म डिवीजन उनके प्रमुख हैं अ लक राय एवं तरुण सोनी विशेष तौर से अमन पिक्चर्स मूवर्स की फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन में अधिकांश फिल्म सक्सेस होती है जिन्हें अवार्ड भी मिलता है।

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