
लुट गया दूल्हा राजा। दुल्हन हो गई फरार। दूल्हा राजा हो गया कंगाल।
राकेश कुमार साहू की रिपोर्ट।
जांजगीर-चांपा –शादी के बाद सुहागरात के दिन आखिर क्यों दुल्हन हो गई फरार, आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ जो दुल्हन ने बिना किसी को बताये अपने ससुराल से रात को 1 से 2 बजे के बिच फरार हो गयी है, यह घटना सारंगढ़ क्षेत्र के अमझर की है, जहाँ एक दूल्हे के साथ ठगी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. लड़का ने लड़की के रिश्तेदारों को 2 लाख रुपए देकर शादी की, मगर गोल्डन नाइट के दौरान ही दुल्हन उसे चकमा देकर फरार हो गई. पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.
दरअसल युवक की 21 मई को मंदिर में शादी हुई थी और उसी रात जब परिजन सोए हुए थे तो दुल्हन मौका देखकर वहां से 10 हजार रुपए और एक मोबाइल सहित सोने चांदी का आभूषण को लेकर फरार हो गई. कुछ घंटे बाद जब दूल्हा जागा तो सच्चाई जानकर उसके होश उड़ गए. मामले की शिकायत पीड़ित परिवार ने कोतवाली थाना में की है. यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के अमझर भद्रीडिपा का है.
युवक केशव प्रसाद पटेल का सम्पर्क मोबाइल के माध्यम से ओडिशा के पटनागढ़ जलगलपारा निवासी अज्ञात व्यक्ति से हुआ. उन्होंने अपने परिचित लड़की पूजा पटेल का फोटो भेज शादी का प्रस्ताव रखा. युवक को लड़की पसंद आने पर युवती के परिजनों ने मंदिर में विवाह की बात कही और खर्च में दो लाख रुपए नगद ले लिए. 21 मई 2024 को युवक-युवती का सरायपाली थाना क्षेत्र के ग्राम अर्जुंडा स्थित दुर्गा मंदिर में शादी हुई. इसके बाद युवक दुल्हन को अपने घर ले आया.
बिचौलिए का मोबाइल फोन बंद
रात के समय जब कमरे में दूल्हा सो गया तो मौका देखकर दुल्हन फरार हो गई. करीब 1 बजे जब केशव प्रसाद की नींद खुली तो दुल्हन उसके कमरे में नहीं मिली. घटना के बारे में केशव ने अपने परिजनों को बताया और फिर बिचौलिया से संपर्क किया तो मोबाइल फोन बंद बताया. इसके बाद पीड़ित परिवार ने अपने आप को ठगा महसूस किया और घटना की शिकायत कोतवाली थाना में की. वहीं पुलिस मामले में जांच के बाद ही कुछ बता पाने की बात कही, ।
इस तरह से घटनाएं हर जगह हो रही है मगर पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती जिससे अब ऐसा लगता है कि लड़के वाले अब कभी अपने बेटे की शादी नहीं कर पाएंगे क्योंकि इस तरह की लुटेरी दुल्हन होते जा रहे हैं।
हमारे संवाददाता का कहना यह भी है कि अगर लड़कियां अर्थात दुल्हन इस तरह की घटना नहीं करती है तो दहेज की झूठे मुकदमे भी लड़के ऊपर लगा देते हैं और उसके परिवार को भी घसीट देते हैं धारा 498 के तहत मगर पुलिस प्रशासन के द्वारा धारा 498 का सही प्रयोग नहीं करते केवल लड़कियों के बयान के आधार पर कैसे रजिस्टर्ड कर देते हैं न्यायालय में पेश कर देते हैं इस संबंध की अपराधिक प्रकरण पर पुलिस थाना प्रभारी द्वारा एवंउप पुलिस अधीक्षक के माध्यम से ना करें भले ही थाना में प्राथमिक की दर्ज हो जाए मगर पुलिस अधीक्षक के द्वारा थाना प्रभारी को विवेचक ना बनाया जाए डीएसपी को विवेचन बनना चाहिए ताकि धारा 498 का जो झूठ याचिका पर पर मोहर लग जाता है बर्बाद होता है तो केवल लड़का पक्ष।
आजकल के दौर में सगाई के दौरान सगाई हो जाती है तो या उसके पूर्व लड़की के पास में मोबाइल जो रहता है वह भी दुर्घटना को बेशक निमंत्रण देता है और इस तरह की घटनाओं को घटित कर देती है।