![](https://shikharexpress.com/wp-content/uploads/2023/03/IMG-20230321-WA0149-720x470.jpg)
*पंचायत सचिवों का हड़ताल जारी,संघ ने कहा भूपेश सरकार वादा निभाओ*
कसडोल/लवन से ताराचंद कठोत्रे की रिपोर्ट
लवन :- जिला बलौदाबाजार प्रदेश में पंचायत सचिवों ने भूपेश बघेल सरकार की धोखेबाजी से आक्रोशित और मायूस होकर एक बार फिर ग्राम पंचायतों का कामकाज बंद कर हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिसके कारण पूरे प्रदेश में करोड़ों के विकास कार्य बंद हो चुके हैं। मनरेगा जैसे महत्वपूर्ण कार्य एवं पंचायतों के जन्म मृत्यु पंजीयन, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की बैठक, निर्माणाधीन कार्यों के भुगतान संबंधी समस्त कामकाज ठप हो चुके हैं। जिससे ग्राम पंचायतों की सरकार कोमा में चली गई है।वहीं पर जिला बलौदाबाजार के समस्त पंचायतो के सचिव भी बैठे हैं। सचिव संघ के बलदाऊ साहू एवं हरि किशन वर्मा ने बताया कि 2 वर्ष पूर्व जब ग्राम पंचायत सचिवों ने हड़ताल की थी उस दौरान सरकार ने आश्वासन दिया था कि उनका नियमितीकरण किया जाएगा। किंतु सरकार ने 2 वर्षों तक सिर्फ सचिवों को अंधेरे में रखा। सचिवों के साथ ठगी की। धोखेबाजी की और अपने किए गए वादे को पूरा नहीं किया। जिसके कारण सचिव संगठन एक बार फिर से हड़ताल के लिए बाध्य हो गया है। यहां यह बताना लाजिमी है कि सचिवों की नियुक्ति के समय ही शिक्षा कर्मियों की भी नियुक्ति हुई थी। किंतु सरकार ने उनका संविलयन कर शासकीयकरण कर दिया किंतु सचिवों के शासकीयकरण करने के लिए सरकार बहानेबाजी कर रही है। जिसके कारण सचिवों को शासकीय सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई सचिव शासकीय सेवा के लाभ से वंचित रहते हुए रिटायर हो चुके हैं। सचिवों की मांग काफी पुरानी है। भूपेश बघेल सरकार ने वादा किया था किंतु अब सरकार वादाखिलाफी पर उतर आई है। सचिव संगठन ने कहा कि जब तक सरकार अपना वादा पूरा नहीं करती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। बलौदाबाजार में चल रही इस हड़ताल में सचिव संघ के बलदाऊ साहू, हरिकिशन वर्मा, प्रहलाद श्रीवास, अग्नि निर्मलकर, पवन साहू, राजेंद्र भट्ट, रितु साहू, देव कुमारी, फिंगेश्वर सेन, दुलेश्वर कन्नौजे,महेंद्र साहू, रामगोपाल कैवर्त सहित सैकड़ों सचिव दशहरा मैदान में डटे हैं,और भूपेश बघेल होश में आओ होश में आओ के नारे लगाते रहे। सचिवों के मन में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है। अब देखना यह है कि भूपेश बघेल आने वाले चुनाव को देखते हुए सचिवों से किए गए वादे को पूरा करते है या फिर उनके साथ सिर्फ छल करते हैं।