
बेरोजगारी भत्ता युवाओं के साथ भद्दा मजाक :रवि रविन्द्र
कसडोल/लवन से ताराचंद कठोत्रे की रिपोर्ट
लवन:-कांग्रेस सरकार का छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया था लेकिन पिछले चार साल तक उनको इसकी याद नहीं आई जब चुनाव सर पर आया और उनको डर लगने लगा की इस बार जमानत बचाना मुस्किल होगा तो इस लिए युवाओं को पिछले चार साल की तरह टोपी पहनाने के लिए फिर अब चुनावी साल में बेरोजगारी भत्ता लेकर आई है और ये बेरोजगारी भत्ता में ऐसे ऐसे नियम डालकर इसको मजाक के रूप में लेकर आई है आप इसके नियम को पढ़ेंगे तो लगेगा की सरकार की ये योजना बाकी योजनाओं की तरफ ही खोखली योजना है छत्तीसगढ़ में युवाओं को रोजगार चाहिए जो सरकार ने वादा किया था यहां के लोग बेरोजगारी के नाम से पलायन करने को मजबूर हैं छत्तिसगढ़ की धरती पर इतने सारे खनिज संपदा है की उतने में सिर्फ छत्तीसगढ़ के ही नही बल्कि पड़ोस के राज्यो को भी नौकरी दिया जा सकता है लेकीन सरकार इनको बेच कर धन्ना सेठों को मालामाल करने में लगी हुई है जिससे यहां के लोग गरीबी का जीवन यापन करने को मजबूर है उसमे सरकार की लोक लुभावने ये बेरोजगारी भत्ता युवाओं के साथ मजाक के आलावा कुछ भी नहीं दिखता है इस बार ये युवा इस कांग्रेसी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।