कलेक्टर चंदन कुमार के नेतृतव में सिद्धेश्वर मंदिर पलारी में चलाया गया सफाई अभियान….
भाटापारा से मो शमीम खान
अधिकारी- कर्मचारियों ने लिया स्वच्छता का संकल्प
शिखर एक्सप्रेस न्यूज़ बलौदाबाजार 22 जनवरी को होने वाले श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जिले के जनमानस में अपार हर्ष है एवं राम भक्तिमय माहौल बना हुआ है। जिले के सभी मंदिरों की साफ -सफाई एवं सजावट की जा रही है। इसी क्रम में कलेक्टर श्री चंदन कुमार के नेतृत्व में रविवार को पलारी स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक श्री सिद्धेश्वर मंदिर परिसर में सफ़ाई अभियान चलाया गया। जिला एवं विकासखण्ड स्तर के अधिकारी – कर्मचारियों ने हाथ मे झाड़ू थामकर पूरे मंदिर परिसर की सफाई की।
मंदिर परसिर की सफाई के पश्चात कलेक्टर चंदन कुमार ने उपस्थित अधिकारी – कर्मचारियों को स्वच्छता अपनाने तथा दूसरों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करने शपथ दिलाई। कलेक्टर चंदन कुमार ने इस दौरान श्री सिद्धेश्वरनाथ की दर्शन कर पूजा -अर्चना की।
ज्ञातव्य है कि नगर पंचायत पलारी में बालसमुंद तालाब के तटबंध पर सिद्धेश्वर मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 7-8वीं शती ईस्वी में हुआ था। लाल ईंट निर्मित यह मंदिर पश्चिमाभिमुखी है। मंदिर की द्वार शाखा पर नदी देवी गंगा एवं यमुना त्रिभंगमुद्रा में प्रदर्शित हुई हैं। द्वार के सिरदल पर त्रिदेवों का अंकन है। प्रवेश द्वार स्थित सिरदल पर शिव विवाह का दृश्य सुन्दर ढंग से उकेरा गया है एवं द्वार शाखा पर अष्ट दिक्पालों का अंकन है। गर्भगृह में सिध्देश्वर नामक शिवलिंग प्रतिष्ठापित है। इस मंदिर का शिखर भाग कीर्तिमुख, गजमुख एवं व्याल की आकृतियों से अलंकृत है जो चौत्य गवाक्ष के भीतर निर्मित हैं। विद्यमान छत्तीसगढ़ के ईंट निर्मित मंदिरों का यह उत्तम नमूना है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है। छत्तीसगढ़ राज्य के संरक्षित स्मारक यह मंदिर लाल इंटो से बना है। मंदिर के पास कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक मेला का आयोजन होता है लोग उस दिन सुबह 4 बजे स्नान करने जाते हैं. महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर को सजा दिया जाता है और मेला लगता है। मंदिर के सामने एक तालाब है जो लगभग 120 एकड़ में फैला है। ऐसा कहा जाता है कि यह तालाब छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा तालाब है।