
महान छत्तीसगढ़ी पारिवारिक फिल्म दूल्हा राजा एवं तोर मया के चिन्हा।
रिपोर्टर राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा
रायपुर–2 फरवरी 24 से छत्तीसगढ़ी भाषा पर आधारित दो प्रमुख फिल्में का प्रदर्शन होने वाला है धुआंधार इनकी पब्लिसिटी हुई है प्रमोशन हुई है उन फिल्मों का नाम है दूल्हा राजा इस फिल्म के कलाकार है राज वर्मा एवं काजल सोनबेर यह फिल्म पारिवारिक फिल्म है एवं दहेज प्रथा से संबंधित फिल्म है जिस्म की प्रेम प्रसंग पर आधारित रोमांटिक हिट गानों के साथ 26 जनवरी से प्रदर्शित हुई थी मगर कुछ थिएटर में इन फिल्मों का प्रदर्शन रुका हुआ था जिसके चलते 2 फरवरी 24 से इन फिल्मों का अन्य सिनेमाघर में भी प्रदर्शित होने जा रहा है यह हमारे छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी सौगात है की सबसे लंबी बजट की फिल्में का प्रदर्शन होने जा रहा है।
तोर मया के चिन्ह आ।
यह फिल्म अभी काफी अच्छी है जो की रोमांटिक अंदाज में बनाई गई फिल्म है फिल्मों में सुपर डुपर हिट गाने हैं जो दर्शकों को काफी पसंद आएगा इस फिल्म के मुख्य कलाकार हैं निर्माता निर्देशक एवं हीरो कन्हैया एवं पायल दास है इन दोनों की जोड़ी काफी अच्छी है इस फिल्म में जो की फिल्मों को अच्छी रिस्पांस देने वाली है इस फिल्म में आइटम गर्ल है अनुपमआ सोनी जिसमें गाने का बोल है बिजली गिरने वाली बात वाली गीत है जो की काफी अच्छी होगी और छत्तीसगढ़ के सिनेमा दर्शकों का मन को मोह लेगी जो मनमोहिनी वाली गीत रहते हैं मनमोहिनी वाली फिल्म रहती है वह सुपर डुपर हिट होकर रहती है और बड़े से बड़े बजट के फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल जाती है इस तरह से छत्तीसगढ़ में दो उपरोक्त फिल्म 2 फरवरी से देखने को मिलेगा।
हमारे संवाददाता एवं स्टार प्रचारक राकेश कुमार साहू का कहना यह है कि छत्तीसगढ़ में जब-जब नए-नए छत्तीसगढ़ी भाषा की फिल्मों का निर्माण होता है और प्रदर्शन होने के लिए सिनेमाघर में लगता है तो दर्शक उसे अच्छी तरह से देखते हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले कलाकारों को अभिनय करने का मौका मिलता है और उनकी कलाकारी को दर्शक देखते हैं पसंद भी करते हैं और फिल्मों के प्रति आगे और छत्तीसगढ़ी भाषा फिल्मों का निर्माण हो किस हमारे छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति पारंपरिक वेशभूषा बोली भाखा को हमें देखने को मिले सुनने को मिले इसीलिए कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ या सब ले बढ़िया वाली कहावत चरितार्थ है जिससे छत्तीसगढ़ के कलाकारों का मान सम्मान बढ़ता है जिस तरह से हिंदी फिल्म बनते हैं इस तरह से छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी भाषा की फिल्म बने जाती है और छत्तीसगढ़ के बाहर भी इन फिल्मों का प्रदर्शन होता है जो हमारे लिए गौरव की बात होती है।