यातायात विभाग की बेवजह कार्यवाही से ग्रामीण परेशान…..
शिखर एक्सप्रेस न्यूज़ /भाटापारा विगत कुछ दिनों से यातायात विभाग भाटापारा चर्चा का विषय बना हुआ है। नगर के बाह्य क्षेत्र में विशेष कर चौक चौराहो में दो पहिया वाहन चालकों की चेकिंग की जा रही है उक्त चेकिंग का उद्देश्य समझ से परे है..
भाटापारा एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रतिदिन लोगों की आवाजाही बनी रहती है।विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र से मजदूर एवं नौकरी पेशा लोग भाटापारा नगर पर निर्भर रहते हैं ऐसे लोग मुख्य रूप से मोटरसाइकिल एवं स्कूटर के माध्यम से आना-जाना करते हैं।। पिछले कुछ दिनों से यातायात विभाग तरेगा रोड, पटपर रोड, रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड चौक जैसे मुख्य मार्गों पर जांच के नाम पर ग्रामीणों की गाड़ी रोक रहे हैं।यातायात के दृष्टिकोण से गाड़ियों की चेकिंग होना आवश्यक है। इसी तरह सडक सुरक्षा भी जरूरी है लेकिन सुरक्षा एवं व्यवस्थित यातायात के नाम पर ग्रामीण क्षेत्र से नियमित रूप से आने जाने वाले लोगों को परेशान करना अनुचित है। ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा शिकायत की जा रही है कि उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है।। वाहन संबंधी छोटी-छोटी कमियों को समझने के बजाय सीधे कार्रवाई की बात सुनायी पड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत ऐसे वाहन चालक मुख्यतः बिना किसी राजनीतिक पहुंच वाले होते हैं ऐसी स्थिति में स्वाभाविक रूप से उन पर दबाव बनाना भी आसान रहता है और फिर ऐसे वाहन चालक विभाग की कार्रवाई के नाम पर प्रताड़ित होते हैं।
भारी वाहनो का धड़ल्ले से प्रवेश
विदित हो कि भाटापारा क्षेत्र के आसपास बड़ी संख्या में लघु उद्योग और सीमेंट प्लांट स्थापित है साथ ही नगरीय क्षेत्र के अंदर आज भी कई प्रकार के लघु उद्योग स्थापित है। शिकायत मिली है कि रात में ट्रैफिक कम होने की दशा में ऐसे भारी वाहन नगर के अंदर घुसकर मुख्य मार्गो से होते हुए बाहर निकलते हैं आने वाले दिनों में कोई बड़ी दुर्घटना हो जाए तो इससे इनकार नहीं किया जा सकता। पूर्व में बस स्टैंड चौक पर हुई घटना को आज भी जनमानस भूला नहीं है।
ट्रैफिक सिग्नल है साल भर से बंद
नगर के मुख्य चौक में कुछ वर्ष पूर्व ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे। आम जनता द्वारा यातायात नियमों का सक्रियता के साथ पालन भी किया जा रहा था लेकिन विगत एक वर्ष से ट्रैफिक सिग्नल की लाइट बंद पड़ी है इसे प्रारंभ करने में यातायात पुलिस की कोई रुचि दिखाई नहीं देती।व्यवस्था पुन्: बनाए जाने का प्रयास किया जाए तो इसका लाभ नगरवासियो को जरूर मिलेगा।
ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले रोजमर्रा के गरीब तबके के लोग यातायात पुलिस की बेवजह कार्यवाही से लगातार परेशान हो रहे हैं। यातायात पुलिस द्वारा तरेंगा रोड मे बार-बार ऐसी कार्यवाही औचित्यहीन है।।
सतीश सोनी
जिला उपाध्यक्ष
भाजयुमो