
बेजाकब्जा हटाने को लेकर भेदभाव का आरोप…..
भाटापारा कृषि मंडी के द्वारा शुक्रवार को केवल एक चिन्हित अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की गई, जो नगर में काफी ज्यादा चर्चा का विषय रही। हालांकि कृषि उपज मंडी प्रशासन का करना है कि यह कार्रवाई अदालत के आदेश पर हुई है। लोगों ने सवाल उठाया की क्या कृषि उपज मंडी की जमीन पर एकमात्र अवैध कब्जा वहीं पर था जिसे हटाया गया है। अन्य जगहों पर से कृषि उपज मंडी ने क्यों नहीं हटाया। जिस प्रकार से एक मात्र अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई की गई वह कई प्रकार के सवाल खड़े कर रही है। भाटापारा कृषि उपज मंडी के सामने जितनी भी दुकानें हैं जहां पर पुराना बस स्टैंड है, वहां पर की पूरी जगह कृषि उपज मंडी की है। परंतु आज दिनांक तक कृषि उपज मंडी से वहां पर कभी भी अवैध कब्जे को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है।शुक्रवार को की गई एकमात्र कार्रवाई से लोगों ने प्रशासन के निष्पक्ष होने पर सवाल खड़े किए हैं साथ ही इस बात की चर्चा जमकर रही कि आखिर ऐसा क्यों किया जा हां रहा है। शेष स्थानों से कौन हटाएगा अवैध कब्जा को। जानकारी मिली है।कि खासरा नंबर 251 और 229 से अवैध कब्जे को हटाने की कार्यवाही की जानी थी, किंतु मात्र खसरा नंबर 251 से ही कब्जा हटाया गया। जबकि खसरा नंबर 229 पर कोई कारवाई नहीं की गई।

इस मामले में संबंधित पक्ष नरेंद्र भूषणिया ने बताया कि मात्र एक जगह से अवैध कब्जे को हटाना अनेक सवाल खड़े कर रहा है। सीधे- सीधे पक्षपात पूर्ण कार्रवाई की ओर है इशारा कर रहा है। जबकि कृषि उपज मंडी की जगह पर वर्तमान में कुछ निर्माण कार्य हो रहा है जो भी गलत है उसे क्यों नहीं हटाया जा रहा है।
खसरा नंबर 251 एवं 229 से अवैध कब्जे को हटाने के आदेश न्यायालय के द्वारा हुआ था। किंतु कृषि उपज मंडी भाटापारा के द्वारा खसरा नंबर 251 से ही अवैध कब्जा को हटाया गया है। जबकि खास नंबर 229 पर कोई कार्रवाई नहीं की गई,वहां पर कब्जा जस का तस है। जो कई सवाल खड़े कर रहा है।
नरेंद्र भूषणिया, मॉडर्न राइस मिल भाटापारा
न्यायालय के आदेश के बाद बेजा कब्जा हटाने की कार्रवाई की गई है। आदेश जो हुआ है, उसके तहत आगे भी कारवाई होगी।
शत्रुघ्न वर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी भाटापारा