
महिला एवं बाल विकास रायगढ़ में पदस्थ बाबू के बड़े कारनामे, परियोजना कार्यालय के ओपरेटर को डरा धमका कर ग़लत कार्य करने बना रहा दबाव, कुख्यात बाबू भ्रष्टाचार के आरोप में था निलंबित
रायगढ़। जिला कार्यालय महिला एवं बाल विकास रायगढ़ में पदस्थ चंद्रहास चौरगे सहायक ग्रेड 02 के द्वारा परियोजना कार्यालय कोसीर के कंप्यूटर ऑपरेटर हलधर लहरे को ब्यक्तिगत दुश्मनी के कारण नौकरी से निकलवाने की धमकी दिया जा रहा है। साथ ही परियोजना अधिकारी गुरुवारी पैंकरा को भी नौकरी से रिटायर ले लो करके धमकाया जा रहा है यह कहना है कोसीर परियोजना कार्यालय में पदस्थ कम्प्यूटर ओपरेटर हलधर लहरे का।
उन्होंने आगे बताया की चंद्रहास चौरगे जिला कार्यालय में बैठ के दबंगई इस कदर हावी है की कोसीर परियोजना का कोई कार्य ठीक से संचालित नही हो पा रहा है।हितग्राहियों से जुड़े तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए जबरन जिला का प्रेशर देकर पैसा उगाही किया जाता है, नही देने पर कार्यवाही का धमकी देता है और कहता है की मेरी सत्ता में ऊँची पहुँच है मंत्री और अधिकारियों को भी पैसा देना पड़ता है।
बता दें की भ्रष्टाचार के आरोप में पूर्व में चौरगे को निलंबित किया गया था, उनके ऊपर कार्यकर्ताओं के द्वारा बेजा पैसा वसूली सहित अन्य आरोप लगाया था। यहाँ पर यह भी बताना ज़रूरी है की चौरगे बहाल होने के पश्चात निलंबन अवधि का वेतन को बिना किसी आदेश के परियोजना अधिकारी कोसीर को डरा धमका कर आहरण कर लिया गया ,उसके तुरन्त बाद कोसीर परियोजना से जिला कार्यालय रायगढ़ में स्थानांतरण करा लिया। अधिकारी और नेताओ का पहुँच बता कर वसूली करने वाले बाबू पर विभाग क्या कार्यवाही करता है यह देखने वाली बात है। बहरहाल आने वाले दिनो में चंद्रहस चौरगे से जुड़े कई और मामलों के खुलासे होने की बात सामने आयी है।