
अच्छी फसल की कमना के साथ कृषि औजारों की पूजा कर मनाया गया हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक सीजन- 2 का हुआ शुभारंभ हरियाली बढ़ाने रोपे गए पौधे,किसानों को बांटा गया उडद मिनी किट
भाटापारा से मोहम्मद शमीम खान
जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने रस्साकसी में की जोर आजमाईश
गिर्रा में जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बलौदाबाजार,–छत्तीसगढ़ की पहली त्योहार हरेली सोमवार को प्रकृति के प्रति आस्था व अच्छी फसल की कामना के साथ कृषि औजारों का पारंपरिक ढंग से पूजा कर जिले में उत्साह के साथ मनाया गया। छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव व कसडोल विधायक
शकुंतला साहु के मुख्य आतिथ्य में पलारी विकासखण्ड के ग्राम गिर्रा में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में पारम्परिक खेलों का महाकुंभ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक सीजन -2 का भी शुभारंभ किया गया जिसमे गेड़ी, फुगड़ी और रस्सा- कस्सी प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। इस अवसर पर स्कूली छात्र – छात्राओं के द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
सर्व प्रथम गिर्रा गोठान में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने गऊ माता का तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर अभिनंदन किया तथा गऊ माता को आटा की लोंदी व गुड़ की चीला खिलाया । इसके पश्चात शासकीय हाई स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, राजगीत तथा कृषि औजारों की पूजा कर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुसार हरियाली बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के द्वारा स्कूल परिसर में पौधरोपण किया गया। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा किसानों को उडद मिनी किट व वन विभग द्वारा ग्रामीणों को निशुल्क पौधों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व कसडोल विधायक शकुन्तला साहु ने हरेली त्यौहार की बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, बोली एवं खेलों को संजोने का काम किया है। सरकार ने छत्तीसगढ़िया होने का अहसास कराया है। छत्तीसगढ़ में हरेली पहला त्यौहार है इसके बाद त्यौहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। हरेली में गेड़ी, फुगड़ी, कबड्डी आदि पारंपरिक खेल होता था जो धीरे धीरे विलुप्त होते जा रहा था। इन खेलों को जीवंत बनाये रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश के निर्देश पर पिछले वर्ष से छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरुआत किया गया है जिसमे हर आयु वर्ग के महिला एवं पुरुष खिलाड़ी उत्साह से भाग ले रहे है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अन्नदाताओं की खुशहाली के लिए सरकार बनने के बाद सबसे पहला काम किसानों का कर्ज माफी का किया और 2500 रुपया में धान खरीदने का काम किया। किसानों की मांग पर मुख्यमंत्री ने समर्थन मूल्य में धान खरीदी की सीमा 15 क्विंटल प्रति एकड़ से बढ़ाकर 20 क्विंटल प्रति एकड़ करने की घोषणा की है। महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण के लिए गोठानो में गोबर खरीदी, वर्मी कंपोस्ट निर्माण तथा रीपा के तहत उद्यम स्थापित करने की पहल की जा रही है। योजना का लाभ लेकर महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ रजक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष लोकेश कन्नौजे, पलारी के जनपद अध्यक्ष खिलेंद्र वर्मा ने भी संबोधित किया।
*रस्सा कस्सी में की जोर आजमाईश* – छत्तीसगढ़िया ओलंपिक सीजन 2 के शुभारंभ अवसर पर खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में हाथ आजमाए जिसमे संसदीय सचिव शकुंतला साहु, जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन सहित अन्य महिला जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी- कर्मचारी सम्मिलित हुए।
बताया गया कि छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने, खेलों के प्रति जागरूकता फैलाने, खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने और खेल भावना का विकास करने के उद्देश्य से शुरू किए गए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक लगभग तीन माह 10 दिन तक चलेगा। यह खेल प्रतियोगिता 6 चरणों में आयोजित होगी। इस खेल प्रतियोगिता में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे। प्रतियोगिता में दलीय एवं एकल श्रेणी में 16 तरह के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है। इस बार के ओलंपिक में एकल श्रेणी में रस्सीकूद एवं कुश्ती को भी जोड़ा गया है।छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन का दायित्व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और नगरीय क्षेत्रों के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को सौंपा गया है। प्रतियोगिता का समापन 27 सितंबर 2023 को होगा।
इस अवसर पर कलेक्टर चंदन कुमार, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी बोर्ड के सदस्य नीलेश बंजारे, जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, जनपद उपाध्यक्ष मनोज आडिल,जनपद सदस्य हेमा साहु, कृषि मंडी बोर्ड बलौदाबाजार के अध्यक्ष तुलसी राम वर्मा, सुशील कुर्रे, सरपंच खिलेश्वरी लहरी, विधायक प्रतिनिधि सुनील साहु, गोठान प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रघुनंदन लाल वर्मा, जनपद सीईओ रोहित कुमार, खेल अधिकारी प्रीति बंछोर सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।