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छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की नंबर वन हीरोइन है जागृति सिंहा।….

अकलतरा से राकेश कुमार साहू

छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की उपरोक्त हीरोइन के द्वारा मात्र दो ही फिल्में देकर अपने आप को किनारा कर बैठ पाई है जागृति।

शिखर एक्सप्रेस न्यूज़/अकलतरा जागृति के मां-बाप का कहना यह था कि यूपीएससी की क्रैक कर बेटी बने कलेक्टर खुद का शौक पूरा करने बन गई एक्ट्रेस जागृति जो की एक नंबर की ड्रामेबाज जिद्दी और नटखट है इन्होंने माया 3 फिल्म में काम किया है और इस फिल्म में काम करने का इनको अवसर मिला हालांकि शूटिंग की शुरुआती दिनों में एकदम नर्वस हो गई थी और सीनियर्स के बीच में अच्छा अभिनय कर पाऊंगी कि नहीं लेकिन बाद में सब नॉर्मल हो गया।
यूट्यूब और टिकटोक की नई कलाकार बनाए ऐसा ही नाम है जागृति 25 अक्टूबर को रिलीज हुई थी छत्तीसगढ़ की फ्रेंचाइजी फिल्म छत्तीसगढ़ी भाषा पर आधारित फिल्म माया 3 जारी बड़े पर्दे पर डेब्यू कर रही है इसमें छोटी बहू का किरदार निभा रही है जागृति का कहना यह है कि मैं बचपन से ही ड्रामेबाज रही हूं स्कूल में ही छात्रों की नकल निकाला करती थी नच बलिए देखते ही डांस में रुचि जगी और मैं कंपटीशन जितने लगी टिकटोक आया तो वीडियो बनाने लगी।

जागृति का कहना यह है कि एक्टिंग में रुचि जगी तो यूट्यूब से एक्टिंग कैसे करें एक्सप्रेशन रिएक्शन के बारे में जाना तब समझ में आया था कि सिर्फ यूट्यूब से अभिनय नहीं सीखा जा सकतामैं थिएटर ज्वाइन किया फिर काम की तलाश करने लगी वेब सीरीज के लव के चकलास में मौका मिला जो यूट्यूब पर रिलीज हुई इस फिल्म ने मेरा काम देख कर माया 3 के मेकर को सजेस् किया और इसमें मुझे छोटी बहू का रोल मिल गया।

जिद्दी और नटखट किरदार
माया 3 में मेरा रोल छोटी बहू का है जो एक नंबर का ड्रामेबाज है जिद्दी और नटखट है फिल्म में मुझे मंजे हुए कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला हालांकि शूटिंग की शुरुआती दिनों में मैं नर्वस हो गई थी कि सीनियर्स के बीच में मैं अच्छा अभिनय कर पाऊंगी या नहीं लेकिन बाद में सब नॉर्मल हो गया।
मुझे जब खाली समय मिलता था शूटिंग के दौरान तो इस पाठ में जाकर दूसरों की एक्टिंग देखा करती थी उनसे काफी कुछ सिखाती थी मैं बीएससी की है पैरेंट्स चाहते थे कि मैं पीएससी करके पढ़ाई को आगे जारी रख कर एक सफल कलेक्टर के रूप में प्रशासनिक सेवा करूं मगर मुझे फिल्मी का जो दिमाग भूत सवार था वह उसे पढ़ाई को मैं किनारा करते हुए आज छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की सुप्रसिद्ध हीरोइन साबित हो गई हूं।

कई सिगरेट तोड़े

इस फिल्म में मुझको अर्थात यह है की फिल्म निर्माण के दौरान शूटिंग के दौरान मुझे सिगरेट पीने की सीन को फाइट करनी थी मगर स्मोकिंग करने का मुझे आदत नहीं है इसलिए कई सिगरेटों को मैंने तोड़ा सिगरेट निकाल कर होठों और दातों के जरिए दबाना था लेकिन मुझे नहीं हो पा रहा था जब भी कोई सिगरेट लेती वह दांत में दबाते वक्त टूट जाता था।
अस्सिटेंट डायरेक्टर्स ने मुझे सिगरेट पकड़ना सिखाया इसके अलावा एक झरने का सीन है जिसके लिए हम पांच घंटे पानी में ही थी भेजने की वजह से मुझे बुखार भी आ गया था।

माया 3 के पश्चात जिमी कांदा की फिल्म आई इस फिल्म में अनुपम भार्गव के साथ काम करने का मौका मिला मगर आज अनुपम भार्गव जी नहीं रहे हैं इनके साथ काम करने के बाद में मुझे काफी अच्छा महसूस हुआ और मैं आगे बढ़ाने के लिए तैयार थी मगर मुझे मेरी जिद्दी पन और ड्रामेबाज के कारण मुझे फिल्मों में काम करने का अवसर ही नहीं मिला और मैं आज मात्र इंस्टाग्राम में ही काम कर अपना समय को काट रही हूं मगर आज भी मैं एक सफल हीरोइन के रूप में छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में अपना परचम लहरा कर अपने आप को स्टार समझता हूं।

जागृति की जुबानी

हमारे संवाददाता का कहना यह है की जागृति एक जिद्दी एवं नटखट ड्रामेबाज हीरोइन है उतनी ही अपने आप को कंट्रोल कर फिल्मों में काम करने के लिए तैयार रहती है जिसके चलते आज माया 3 फिल्म सुपर साबित हुई उसके पश्चात आया जिमी कांदा वह भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना परचम लहरा कर सुपर डुपर हिट हुई साथ ही साथ जागृति ने सोचा कि मेरी जिद्दी पढ़ते ही मुझे सफल हीरोइन भर बना कर रख दिया मगर मुझे आगे काम करने का अवसर ही मुझे प्राप्त नहीं हो रहा है।

हमारे संवाददाता का यह भी कहना है कि जागृति अपने आप में सुपर डुपर हीरोइन है और वह छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में उनका नाम सुनहरी अक्षरों पर लिखा जाएगा क्योंकि दो फिल्म में काम करने के पश्चात अपने आप को सुपर हीरोइन साबित करती है।

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